वाराणसी (ब्यूरो)। शनिवार से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो गई। धार्मिक परंपराओं के अनुसार माता गौरी की पूजा की गई। पूरे दो साल की कोरोना त्रासदी का बाद ऐसा पहला नवरात्र है कि जिसमें मंदिरों में जमकर भक्त पहुंचे। शहर के गयाघाट स्थित माता गौरी मंदिर और दुर्गाकुंड स्थित माता दुर्गा मंदिर में भक्तों की पूजन अर्चन के लाइन लगी रही। इस बार माता के दर्शन और पूजन के लिए लोग खुलकर घरों से निकल रहे हैं और मंदिरों में पहुंचे। दूसरी ओर मंदिर प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये हैैं। साथ ही यूपी पुलिस मंदिरों में भक्तों की सुरक्षा के लिए सेवा दे रही है.
हिंदू नववर्ष और हिंदू कैलेंडर की शुरुआत
चैत्र नवरात्र का पहला दिन हिंदू धर्म के लिए काफी महत्वपूर्ण हो जाता है। नवरात्र के पहले दिन से ही नए वर्ष की शुरुआत होती है। इसके साथ ही हिंदू कैलेंडर की शुरुआत होती है। भारतीयों का हिंदू कैलेंडर कुषाण वंश के राजा शक की गणना पर आधारित है। इसलिए हिंदू वर्षों की गणना शक संवत में की जाती है। वहीं विधि विधान, शुभ मुहुर्त का निर्धारण भी इस संवत से होता है.
गुड़ी पड़वा का पर्व
गुड़ी पड़वा का पर्व चैत्र शुक्ल की प्रतिपदा के दिन ही मनाया जाता है। इस पर्व को प्रतिपदा या उगादि के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि गुड़ी पड़वा या वर्ष प्रतिपदा के दिन ही ब्रह्मïा जी ने सृष्टि का सृजन किया था। इसलिए हिंदू विधि विधान में इसे नव संवत्सर या नये साल या उगादि के रूप में मनाया जाता है.
सुरक्षा के हैं पूरे इंतजाम
इस बार प्रशासन ने सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए हैैं। मंदिरों में महिला पुलिस की भी तैनाती की गई है। इसके साथ ही मंदिर प्रशासन भी अपने स्तर से भक्तों को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है.
दो साल के बाद इस बार भक्तों की भीड़ को देखकर काफी अच्छा लग रहा है। भक्तों की भीड़ उनकी माता के प्रति आस्था को दिखाती है। हमारी तरफ से यूपी पुलिस की टीम के साथ मिलकर सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए हैैं.
-कैलाशपति द्विवेदी, मंदिर व्यवस्थापक, दुर्गाकुंड
नवरात्र के पहले दिन से ही हिंदू नववर्ष की शुरूआत होती है.आज के दिन से ही हिंदू महीने गिने जायेंगे.जिनके अंदर तमाम प्रकार शुभ मुहूर्त धार्मिक अनुष्ठान किये जाते है.
-सुमन जैन, प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, प्राचीन इतिहास विभाग, बीएचयू
चैत्र नवरात्र हमारे लिए काफी अहम है.आज से ही हमारा नया साल नया कैलेंडर शुरू हो गया है.
-अमित दूबे, सहायक प्रोफेसर आर्य महिला डिग्री कालेज, चेतगंज
पूरे दो साल के बाद आज देवी मंदिरो में दर्शन करने के बाद काफी अच्छा लगा रहा है.लोग की भीड़ को देखकर अपने अंदर एक प्रकार से एनर्जी आ रही है.
-सृ्ष्टि तिवारी, छात्रा