-जिला जेल में शनिवार को हुए बवाल के बाद खुफिया विभाग ने दी थी रिपोर्ट, बंदी फिर कर सकते हैं खुराफात

VARANASI

शनिवार को जिला जेल में व्याप्त भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद बंदियों के बवाल को प्रशासन ने उनकी मांगों को मानकर ठंडा कर दिया था लेकिन अगले दिन रविवार की रात बंदियों ने जेल के एक राइटर पर हमला कर खुफिया विभाग की उस रिपोर्ट को सच साबित कर दिया जिसमें बंदियों की ओर से फिर से खुराफात किये जाने की प्रशासन को रिपोर्ट दी गई थी। ऐसे में जिला जेल में बंदियों के विरोध की चिंगारी अभी पूरी तरह से शांत नहीं हुई है। रिपोर्ट में खुफिया विभाग ने जेल के बैरक नंबर आठ में विशेष सतर्कता बरतने को कहा था। यह रिपोर्ट सच भी साबित हुई। इसी बैरक से राइटर को खींचकर बुरी तरह मारा गया।

DIG की निगरानी में मुलाकात

रविवार को जेल में बंद बंदियों से मिलने आये परिजनों को डीआईजी एसके श्रीवास्तव की निगरानी में उनसे मिलाई कराई गई। मुलाकातियों की संख्या कम थी। महिला-पुरुष मिलाकर करीब साढ़े सात सौ मुलाकाती आए। वहीं नए जेल अधीक्षक बीडी पांडेय का कहना था कि वह अपने अनुभवों से बंदियों की समस्या को परखेंगे और उसका त्वरित निदान करेंगे।

भड़काते रहे बंदी लेकिन

सुरक्षा के लिहाज से क्ख् थानों के थानेदार व पुलिस जिला जेल व उसके बाहर लगाए गए हैं। क्ख् चौकी प्रभारी, भ्0 सिपाही व दो सीओ जेल पर निगाह रखे हुए हैं। इसके बाद भी कुछ बंदियों ने मिलाई व्यवस्था पर नजर रखने को ताकझांक जारी रखी। बीच में टोका टोकी भी करते रहे, इस पर जेलर ने उन्हें ताकीद की। एक दो बंदियों ने अपशब्दों का भी प्रयोग किया, लेकिन जेल कर्मियों ने उसे नरमी से टाल दिया।