-ककरहिया लोहिया गांव का डीएम ने किया निरीक्षण

1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढ

डीएम विजय किरन आनंद ने मंगलवार को डॉ। राममनोहर लोहिया गांव ककरहिया प्राथमिक विद्यालय परिसर में चौपाल लगा ग्रामीणों की फरियाद सुनी। जिलाधिकारी ने किसान सहायक नागेंद्र उपाध्याय की ओर इशारा करते हुए ग्रामीणों से पूछा कि ये गांव में आते है तो ग्रामीणों ने नहीं में जवाब दिया। फिर योजनाओं की जानकारी मांगी तो सटीक जवाब नहीं दे सके। किसान क्रेडिट कार्ड की अच्छी गति न होने पर नाराज जिलाधिकारी ने निलंबन का फरमान सुना दिया। अबसेंट एआर कोऑपरेटिव का वेतन रोकने का निर्देश दिया। स्वास्थ्य विभाग चौपाल में लड़खड़ता नजर आया। पांच घरेलू तथा कई प्रसव प्राइवेट अस्पताल में होने की स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट पर हैरानी जताई। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ। ओपी शुक्ला समेत गांव की एएनएम के वेतन, आशा के मानदेय रोकने की बात कही।

रोजगार सेवक को किया कार्यमुक्त

डीएम ने मनरेगा से होने वाले कार्यो व महिला मानव दिवस कितना सृजित हुआ आदि की जानकारी न दे पाने पर महिला रोजगार सेवक तत्काल को कार्यमुक्त कर तेजतर्रार, व्यक्ति का चयन करने का निर्देश दिया। बेसिक शिक्षा विभाग को आड़े हाथ लिया जब डीएम को यह पता चला कि गांव के काफी बच्चे निजी विद्यालय में फीस देकर पढ़ते हैं तो वह भड़क गए। शिक्षा गुणवत्ता पर सवालिया निशान लगाते सुधार लाने, एबीआरसी को भी हटाने का का निर्देश बीएसए को दिया। मिड डे मिल का भोजन गैस चूल्हा पर न बनने पर नाराजगी जताई। चौपाल में 28 हैंडपंप में से 8 रिबोर, 2 सामान्य खराबी से बंद होने की बात सामने आई। जल निगम अफसर, ग्राम सचिव को दो हफ्ते में उसे ठीक कराने की हिदायत दी। डीएम ने 139 परिवारों में शौचालय न होने को गंभीरता से लिया। ग्राम सचिव को लताड़ लगाई। वहीं ग्रामीणों को शौचालय का उपयोग करने, खुले में शौच न करने के लिए प्रेरित किया। चौपाल में प्रमुख रूप से प्रभारी सीडीओ हूबलाल, पीडी प्रेमचंद्र पटेल, जिला समाज कल्याण अधिकारी आरके यादव, एसडीएम सदर आदि अफसर मौजूद रहे। डीएम ने सारनाथ स्थित महाबोधि इंटर कॉलेज में चौपाल लगाई।