-शहर का जायजा लेकर लौट रहे थे डीएम, रोड पर बेसुध पड़े घायलों को देख की मदद

-मुफ्त इलाज की व्यवस्था का निर्देश देकर खुद लौटे ऑटो से

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Varanasi जहां रोड एक्सीडेंट में घायल व्यक्ति को देखकर लोग मदद के बजाय मुंह मोड़ लेते हैं, वही बनारस के डीएम योगेश्वर राम मिश्रा ने अनोखी मिसाल कायम की। गुरुवार भोर में शहर की कानून व्यवस्था का हाल देखने निकले थे। इसी दौरान उन्हें सड़क पर घायल पड़ा दम्पति दिखाई दिया। डीएम ने तुरंत अपनी कार रोक उन्हें हॉस्पिटल भिजवाया, उनके लिए इलाज की व्यवस्था की और खुद ऑटो रिक्शा से वापस अपने रेजिडेंस पहुंचे।

पत्नी मदद को लगा रही थी गुहार

डीएम गुरुवार को अलसुबह ब्:फ्0 बजे शहर की कानून-व्यवस्था और पिकेट पर तैनात पुलिस कर्मियों के मौजूदगी का जायजा लेने निकले थे। इस दौरान वे अपने रेजिडेंस से अंधरापुल होते हुए सिगरा, रथयात्रा, लक्सा, गोदौलिया होकर दशाश्वमेघ घाट तक गए। दशाश्वमेघ घाट से लौटते समय रथयात्रा चौराहे के पास कुबेर कॉम्पलेक्स के सामने सड़क पर एक्सीडेंट का शिकार होकर बेसुध गिरे चंदुआ छित्तूपुर निवासी घनश्याम केशरी भ्8 वर्ष और उनकी पत्नी तिलोतमा केशरी भ्भ् वर्ष को देखा। इस दौरान बेहोश घनश्याम केशरी की घायल पत्नी मदद के लिये लोगों से गुहार लगा रही थी।

लापरवाही न होने की हिदायत

घायलों को देख डीएम ने अपनी गाड़ी रुकवाई और बेहोश पड़े घनश्याम और उनकी पत्नी को अपनी गाड़ी में बैठा कर गनर, हमराही व ड्राइवर के साथ लक्सा स्थित श्री रामकृष्णा मिशन अस्पताल भिजवाया और मुफ्त इलाज सुनिश्चित कराये जाने के लिए मोबाइल पर निर्देश दिया। उन्होंने सीएमओ को भी दम्पति के इलाज में कोई लापरवाही न होने देने की हिदायत दी।

घायल दम्पति को हॉस्पिटल भिजवाने के बाद डीएम योगेश्वर राम मिश्रा ने उधर से गुजर रहे एक ऑटो रिक्शा को रोका और अपने रेजिडेंस की ओर रवाना हो गए। मौके पर मौजूद लोगों के बीच डीएम के इस दरियादिली की काफी सराहना हुई।