-रणबांकुरे स्टेडियम में चल रही सेना भर्ती के दौरान दौड़ में दो कैंडीडेट्स अटैक पड़ने से हुए बेहोश

-एनर्जी बढ़ाने के लिए ड्रग के सेवन का अंदेशा, अस्पताल में बगैर किसी को सूचना दिए भाग निकले दोनों

VARANASI

अब तक देश के लिए किसी खेल में मेडल लाने की चाह में स्पो‌र्ट्स में आपने डोपिंग की बात सुनी होगी लेकिन अगर आपको ये पता चले कि सेना में जाकर देश की सेवा करने के लिए युवा डोपिंग का सहारा ले रहा है तो इसे सुनकर आप चौंक जाएंगे लेकिन ये सच है। दरअसल देश सेवा का जज्बा लिए डेली हजारों की संख्या में युवा कैंटोन्मेंट स्थित रणबांकुरे स्टेडियम पहुंच रहे हैं लेकिन इस जज्बे के साथ कई लोग चीटिंग कर देश की सेवा करने के लिए सेना में जाने की सोच रहे हैं। ऐसे ही दो कैंडिडेट्स को दौड़ के दौरान अटैक आने के बाद जब अस्पताल ले जाया गया तो पता चला कि दोनों ने ड्रग लेकर दौड़ में हिस्सा लिया था ताकि उनकी एनर्जी बढ़े और निर्धारित वक्त में दौड़ पूरी कर वे सेना में जाने का अपना सपना पूरा कर सकें।

न करें ऐसा नहीं तो होगी मुसीबत

क्7 सितम्बर से शुरू हुई सेना भर्ती प्रक्रिया के छठे दिन गाजीपुर के सैदपुर और जमानिया तहसील के कैंडिडेट्स ने भर्ती प्रक्रिया में हिस्सा लिया। इस दौरान दौड़ प्रक्रिया में एक कैंडिडेट दौड़ में बेहोश हो गया। इससे पहले सोमवार को भी गाजीपुर के जखनिया और मोहम्मदाबाद के कैंडिडेट्स की भर्ती में भी एक अभ्यर्थी बेहोश हुआ था। जिनको एबुंलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जब डॉक्टरों ने दोनों की जांच की तो दोनों के ड्रग लेने की बात सामने आई लेकिन दोनों बगैर इलाज कराये ही पकड़े जाने के डर से अस्पताल से भाग निकले। डॉक्टरों का अंदेशा है कि ड्रग के ओवरडोज के चलते दोनों को अटैक आया और दोनों बेहोश हो गए।

नहीं होंगे कभी सेलेक्ट

कैंडिडेट्स की इस हरकत से सेना भर्ती में भी हड़कंप मचा हुआ है और अब हर कैंडिडेट्स की प्रॉपर जांच की तैयारी भी शुरू हो गई ताकि दौड़ से पहले ही उसे पकड़ा जा सके। भर्ती निदेशक मनीष धवन के मुताबिक ये गलत तरीका है और अगर लड़के इस तरह ड्रग लेकर भर्ती के लिए आएंगे तो वो खुद को परेशानी में डालेंगे क्योंकि इससे उनकी जान को तो खतरा होगा ही, साथ में पकड़े जाने पर कार्रवाई भी तय है।

नर्वस सिस्टम को कर देता है फेल

जनरल फिजिशियन डॉ केपी पाठक के मुताबिक ड्रग लेने के बाद दर्द सहने की क्षमता बढ़ जाती है और इसे लेने वाला दर्द का एहसास नहीं कर पाता। जिसके कारण कई बार ब्लड प्रेशर हाई होने से अटैक आता है और इसको लेने वाले की जान भी चली जाती है। इसलिए इसे लेना खतरनाक है।

दौड़े हजारों पास हुए कुछ सौ

- सेना भर्ती के छठे दिन गाजीपुर के सैदपुर और जमानिया के ब्00 कैंडिडेट हुए पास

- स्थानीय लोग फिर से होने लगे भर्ती में आने वाले कैंडिडेट्स की हरकतों से परेशान

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कैंटोन्मेंट स्थित रणबांकुरे स्टेडियम में चल रही सेना भर्ती के दौरान मंगलवार को गाज़ीपुर के तहसील सैदपुर और जमानिया के कैंडिडेट्स ने हिस्सा लिया। इस दौरान क्क्,फ्ब्फ् अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था लेकिन उपस्थित 7म्8म् ही रहे। इनमें से भी दौड़, मापी और मेडिकल में छंटने के बाद महज ब्00 कैंडिडेट ही पास हुए। बुधवार को गाजीपुर तहसील के अलावा देवरिया जिले के रुद्रपुर और बरहज के क्क्,9ख्7 कैंडिडेट्स हिस्सा लेंगे।

गंदगी से लोग परेशान

भले ही सेना भर्ती कार्यालय की ओर रणबांकुरे स्टेडियम के सामने ग्राउंड में कैंडिडेट्स के रुकने और वरुणा किनारे उनके फ्रेश होने का इंतजाम हो लेकिन कैंडिडेट्स रात को कैंटोन्मेंट में इधर उधर रुकने के साथ गंदगी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। कैंडिडेट्स लोगों के घरों की बाउंड्री लांघकर अंदर घुस जा रहे हैं और इधर-उधर गंदगी करने के साथ गार्डेन में लगे पेड़-पौधे भी तोड़ दे रहे हैं।