वाराणसी (ब्यूरो)विदेशों की लेफ्ट हैैंड साइड स्टेयरिंग की कमान अब बनारस संभालेगाइसके लिए देश का पहला लेफ्ट हैैंड साइड स्टेयरिंग ट्रैक आईटीआई करौंदी के परिसर में बनकर तैयार हो गया हैइस पर जल्द ही लेफ्ट साइड स्टेयरिंग वाली कार दौड़ेगीलेफ्ट साइड कार ड्राइविंग की ट्रेनिंग लेकर यहां के लोग अमेरिका, जापान, फ्रांस, ग्रीस, कनाडा की सड़कों पर ड्राइविंग करेंगे, गवर्नमेंट की भी यही योजना है.

1 किमी के रेंज में ट्रैक तैयार

करौंदी के परिसर में एक किलोमीटर के एरिया में ट्रैक बनकर तैयार हो चुका हैबस उसे अपडेट किया जा रहा हैट्रैक के दोनों तरफ घास की हरियाली और बीच में आरसीसी से तैयार किया गया हैग्रीन ग्रास के बीच बने ट्रैक पर लेफ्ट हैैंड स्टेयरिंग वाली कार को ट्रायल के रूप में प्रतिदिन चलाया जा रहा है.

40-40 छात्रों का तैयार होगा बैच

लेफ्ट साइड ड्राइविंग की ट्रेनिंग देने के लिए 40-40 छात्रों का बैच तैयार किया जाएगायह बैच तीन शिफ्ट में चलाए जाएंगेसभी छात्रों को करीब एक महीने तक थ्योरी और प्रैक्टिकल की ट्रेनिंग दी जाएगी। 15 दिन क्लास रूम में क्लासेज चलेंगेइसके बाद उन्हें प्रैक्टिकल सिखाया जाएगाजो ट्रैक तैयार किया गया इसमें तीन से चार जगह मोड़ हैविदेशों में लेफ्ट हैैंड साइड स्टेयरिंग वाली कार कैसे ड्राइव करेंगे, इसके लिए बखूबी उनको बताया जाएगाइसके लिए करीब आधा दर्जन से अधिक ट्रेनर ट्रेनिंग देंगेट्रेनिंग लेने के बाद उन्हें कार चलाने के लिए लाइसेंस दिया जाएगा.

स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर

स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के तहत वाराणसी के करौंदी में पहला लेफ्ट हैैंड साइड ड्राइविंग ट्रैक बनाया गया हैगवर्नमेंट की मंशा है कि यहां के यूथ विदेशों की सड़कों पर भी कार ड्राइव कर सकेंगेइसके लिए नि:शुल्क ट्रेनिंग दी जाएगीट्रैक को भी इंटरनेशनल ट्रैक की तर्ज पर डिजाइन किया गया हैकरौंदी में बना ट्रैक देश का पहला ट्रैक है.

ट्रैक की खासियत

ट्रैक जो तैयार किया गया है उसमें ग्रीनरी का काफी ख्याल रखा गया हैट्रैक के किनारे-किनारे प्लांटर लगाया गया हैइसके अलावा कहीं भी गड्ढा नहीं हैट्रैक के दोनों साइड में घास का मैदान हैट्रैक पर जो वाहन दौड़ेंगे, उसमें दो स्टेयरिंग बनाए गए हैड्राइविंग के लिए अलग से चार वाहनों को तैयार किया गया है जिसमें दो स्टेयरिंग लगे हुए हंैइसके बाद जरूरत पडऩे पर और भी वाहन तैयार किए जाएंगे.

देश का पहला लेफ्ट साइड ड्राइविंग टै्रक बनकर तैयार हो गया हैजल्द ही छात्रों के बैच को भी स्टार्ट किया जाएगाइसके लिए तैयारी चल रही है.

अमित कुमार, प्रोजेक्ट मैनेजर, एनएसडीसी

इस तरह के ट्रैक बनने से यहां के यूथ को विदेशों में रोजगार मिलेगालेफ्ट साइड ड्राइविंग ट्रैक की ट्रेनिंग लेने के लिए काफी लोग आवेदन करेंगे.

रुद्र प्रताप सिंह, व्यापारी

भारत में तो राइट साइड ड्राइविंग लोग करते हैंगवर्नमेंट ने अगर लेफ्ट साइड ड्राइविंग की शुरुआत की है तो यह काशी के लिए गौरव की बात है.

रत्नेश गुप्ता, डायरेक्टर, मां कम्प्यूटर

गवर्नमेंट ने बहुत ही अच्छा कार्य किया हैसिटी के कई लोग लेफ्ट साइड ड्राइविंग सीखने के लिए जाएंगेसबसे अच्छी बात है कि इसमें कोई फीस नहीं देना पड़ेगा.

टिंकू अरोड़ा, व्यापारी