-कैंट रोडवेज बस स्टेशन के आसपास से बदस्तूर जारी है डग्गामार बसों का संचालन

-दबंग बस संचालकों पर कार्रवाई करने से हिचक रही पुलिस

-अवैध बस संचालन को रोकने के आश्वासन का मखौल उड़ा रहे बस माफिया

VARANASI

कैंट रोडवेज बस स्टेशन परिसर एक बार फिर बस माफिया के चक्रव्यूह में फंस गया है। जिससे बाहर निकालने की तोड़ आरटीओ व पुलिस नहीं ढूंढ़ पा रही है। या फिर यह कह लिया जाए कि इनकी मर्जी से ही डग्गामार बसों का संचालन हो रहा है। रोडवेज बस स्टेशन परिसर के दायरे में अवैध बसों का संचालन थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक सप्ताह पूर्व रोडवेज अधिकारियों के किडनैप के प्रयास के बाद एसपी ट्रैफिक व सीओ चेतगंज ने रोडवेज विभाग के अधिकारियों को आश्वस्त किया था कि रोडवेज बस स्टेशन के एक किमी के दायरे में अवैध बसों का संचालन नहीं होने दिया जाएगा। मामला गर्म देख उस दौरान डग्गेमारी पर लगाम भी लगाया गया। लेकिन दबंगई फिर शुरू हो गई है। स्थिति यह है कि रोडवेज बस अड्डे के ठीक सामने डग्गामार बस लगाकर पैसेंजर्स को बैठाया जा रहा है।

कोड वर्ड से चल रहीं बसेज

बस माफिया अपनी डग्गामार बसों के संचालन के लिए तरह तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। प्राइवेट बस पर उत्तर प्रदेश परिवहन निगम का शॉर्ट नेम यूज कर रहे हैं। कलर भी रोडवेज से मिलता जुलता बसेज पर देखने को मिल रहा है। भोर में चार बजे से लेकर आठ बजे तक व रात आठ बजे से क्ख् बजे रात के बीच प्राइवेट वाहनों की संख्या सबसे अधिक रहती है। कैंट रोडवेज बस स्टेशन के चारों तरफ प्राइवेट वाहन पैसेंजर्स बैठा रहे हैं।

हाईकोर्ट के नाम लिख दौड़ा रहे

डग्गामार बसेज के अलावा कुछ ट्रैवल्स एजेंसियां भी रोडवेज की आय में सेंधमारी कर रही हैं। कैंट रोडवेज बस स्टेशन से कुछ दूरी पर ही दर्जनों ट्रैवल्स संचालक ऐसे हैं जो सेटिंग के जरिए अपनी गाड़ी चलवा रहे हैं। लग्जरी फोर व्हीलर्स पर हाईकोर्ट का साइन लिखकर भी प्राइवेट वाहन धड़ल्ले से दौड़ा रहे हैं। लेकिन इस तरफ आरटीओ व पुलिस का ध्यान नहीं है। परेडकोठी लेते हुए यूनियन बैंक के आसपास ऐसे दर्जनों लग्जरी गाडि़यां देखने को मिल जाएंगी जो हाईकोर्ट लिखकर बनारस-इलाहाबाद के बीच फर्राटा भर रही हैं।

बस माफिया तक नहीं पहुंची पुलिस

घाटे में चल रहे कैंट रोडवेज बस स्टेशन को उबारने के लिये जहां विभाग के अधिकारी दिन-रात मीटिंग कर डग्गामार वाहनों को बंद कराने में जुटे हैं, तो वहीं प्राइवेट बस संचालकों की दबंगई का आलम यह है कि कैंट रोडवेज बस स्टेशन परिसर में घुसकर अपनी बस को छुड़ा ले जा रहे हैं। यहीं नहीं रोडवेज अधिकारियों को देख लेने तक की धमकी भी दे रहे हैं। इसके बाद भी पुलिस मेन बस माफिया तक नहीं पहुंच पा रही है।

चार से आठ, डग्गेमारी बेहिसाब

कैंट रोडवेज बस स्टेशन के सामने आजमगढ़, जौनपुर रूट के लिए सुबह चार से आठ बजे तक डग्गामार बसेज का संचालन किया जा रहा है। इन चार घंटों के दौरान बस स्टेशन के मेन गेट पर अवैध तरीके से बस खड़ी करके यात्रियों को बैठाया जा रहा है। जिससे कैंट-अंधरापुल मार्ग पर आए दिन ट्रैफिक जाम भी लग रहा है। जिसमें फंसकर पब्लिक को परेशान भी होना पड़ रहा है।

डग्गामार बसेज को रोकने के लिये अपनी तरफ से लगातार चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। एसपी ट्रैफिक, आरटीओ व पुलिस को भी लेटर लिखा गया है। वह भी एक्शन ले रहे हैं लेकिन फिर भी डग्गामार वाहनों का संचालन रुक नहीं रहा है।

पीके तिवारी

आरएम,

कैंट रोडवेज बस स्टेशन

डग्गामार वाहनों की धरपकड़ के लिए अभियान तो चलता ही रहता है। कई वाहनों पर कार्रवाई भी की गई है। फिलहाल इस समय ओवर लोडिंग वाहनों को लेकर अभियान शुरू हुआ है।

आरपी दुबे

आरटीओ