वाराणसी समेत आसपास के जनपदों से शव का अंतिम संस्कार के लिए मणिकíणका घाट पर हर दिन बड़ी संख्या में लोगों का आना होता है। जहां अभी तक लकड़ी से शवों को जलाया जाता है। अब बढ़ती संख्या को देखते हुए मणिकíणका घाट पर प्रस्तावित विद्युत शवदाह गृह के निर्माण की कवायद तेज हो गई है। गुरुवार को कमिश्नर दीपक अग्रवाल और डीएम कौशलराज शर्मा ने प्रस्तावित विद्युत शवदाह गृह के लिए निरीक्षण किया। खत्री भवन, बिड़ला धर्मशाला, विश्वनाथ कारिडोर समेत आसपास कई जगहों का मुआयना किया। बाढ़ को देखते हुए बिड़ला धर्मशाला ही बेहतर जगह दिखी। मौके पर मौजूद कारिडोर के अधिकारियों ने बताया कि यह धर्मशाला नगर निगम का है। इस स्थान पर विद्युत शवदाह गृह के निर्माण में कोई अड़चन नहीं आएगी। हालांकि इस पर अभी अंतिम निर्णय होना बाकी है। इस संबंध में नगर निगम से चर्चा के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा।