वाराणसी (ब्यूरो)। बनारस में साइबर क्रिमिनल्स सीजन और फेस्टिवल के ट्रेंड के हिसाब से फ्रॉड का ट्रिक अपना रहे हैैं। साइबर क्रिमिनल्स के नए और शातिराना चाल में फंसकर आए दिन नागरिक शिकार हो रहे हैैं। ट्रेंड की बात करें तो होली पर्व के सेलिब्रेशन और शॉपिंग के लिए ऑनलाइन साइट्स पर साइबर क्रिमिनल्स की नजर है। ये फेक ऑफर कॉल और ब्लिंक मैसेज के जरिए अपना शिकार टारगेट करते हैैं। फिर शॉपिंग पर डिस्काउंट और कैश बैक का झांसा देकर रुपए उड़ा देते हैं। हाल के दिनों में गुरुबाग, चौकाघाट और इंग्लिशिया लाइन समेत कई इलाकों में इनके शिकार सामने आए हैैं।
दर्ज हुए 65 केस
वर्ष 2021 में कुल 65 केस साइबर थाना सारनाथ में दर्ज हुए। इनमें से 35 का निस्तारण किया जा चुका है। शेष में जांच जारी है। वर्ष 2022 में अब तक जनवरी में 04, फरवरी में 03 और मार्च में 03 ऑनलाइन शिकायतें दर्ज की जा चुकी हैं.
केस-1
44 हजार का कराया भुगतान
भेलूपुर थाना क्षेत्र निवासी मोनू फेसबुक पर सर्फिंग कर रहा था, इसी दौरान उसे एक एड दिखा। उसने फोन मिलाया तो फ्रॉड ने पैसे का भुगतान करा लिया। इसके बाद धोखे से एक के बाद एक तीन इंस्टालमेंट में 44 हजार रुपए पेमेंट करा दिया। मामला यहीं नहीं थमा, फ्रॉड होम डिलीवरी के लिए और रुपए मांग रहा था। तब मोनू को ठगी का एहसास हुआ। इसके बाद पुलिस के चक्कर लगा रहे हैं ताकि उनका मामला दर्ज किया जा सके.
केस-2
फर्जी निकला कस्टमर केयर
चौकाघाट निवासी रोनित होली की ऑनलाइन शॉपिंग में जुटा था। पेमेंट के दौरान कुछ पैसे कट गए और पेमेंट अनसक्सेसफुल बता रहा था। लिहाजा, उसने इंटरनेट पर कस्टमर केयर का नंबर खोजा। रोनित ने गूगल के जरिए बैैंक के कस्टमर केयर का नंबर निकाला और बिना कुछ सोचे-समझे उसे पिन, पासवर्ड समेत बैैंक डिटेल बता दिया। गूगल पर कस्टमर केयर का नंबर फर्जी होने के चलते यह जानकारी साइबर बदमाशों को मिल गई। फिर क्या उसके खाते से 30 हजार रुपए निकाल लिए गए। रुपए निकाले जाने के बाद रोनित को समझ में आया कि उन्होंने गलती कर दी है.
केस-3
सारनाथ थाने में दर्ज मुकदमे के अनुसार एक महिला से त्योहार पर 4500 रुपए बोनस का झांसा देकर 42 हजार से अधिक की ठगी कर ली गई। बोनस और शॉपिंग की लालच में महिला ने साइबर फ्रॉड को बैैंक डिटेल्स जैसे-पिन, पासवर्ड, आधार कार्ड समेत अहम जानकारी दे दी। इसके बाद भी एकाउंट में पैसे नहीं क्रेडिट होने पर महिला को अपने साथ धोखाधड़ी का अंदाजा हुआ। तब वह शिकायत लेकर थाने पर पहुंची और शिकायत दर्ज कराया। इसके अलावा भी शहर में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जो थाना स्तर तक पहुंचे ही नहीं हैं।
वर्ष 2020 में साइबर फ्रॉड के केस
मंथ केस
अक्टूबर 01
नवंबर 05
दिसंबर 02
वर्ष में 2021
कुल केस - 65 केस
निस्तारण - 35 केस
जांच जारी - 30 केस
वर्ष 2022
जनवरी- 04
फरवरी-03
मार्च- 03
साइबर फ्रॉड से यूं बचें
- गूगल से कस्टमर केयर का नंबर लेने से बचें
- नए मोबाइल नंबर से आने वाले फोन कॉल से अर्लट रहें
- किसी को भी पिन, पासवर्ड और बैैंक डिटेल देने से बचें
- अपना स्मार्ट फोन अनलॉक मोड में किसी को न दें
- ऑनलाइन ट्रांजेक्शन में सावधानी बरतें
- एटीएम, पिन और बैैंक बैलेंस की जानकारी के लिए बैैंक शाखा से संपर्क करें
- नए नंबर से आए फोन कॉल के क्यूआर कोड को स्कैन नहीं करें
- ऐप्स को इंस्टाल करने से पहले उसके रिव्यू और रेटिंग को चेक कर लें
- अपने फोन में कभी भी क्विक सपोर्ट, एनीडेस्क, टीम व्यूवर नहीं डाउनलोड करें
यहां करें शिकायत
साइबर फ्रॉड या रुपयों की धोखाधड़ी से संबंधित मामलों की शिकायत नजदीकी थाने या पुलिस लाइन स्थित साइबर सेल में कर सकते हैैं। वहीं, लाख रुपए से अधिक धोखाधड़ी होने पर साइबर थाना सारनाथ में कर सकते हैैं।
ऐसे होता एकाउंट खाली
ऑनलाइन साइट पर कैश बैक और डिस्काउंट की शिकायत के लिए लोग इंटरनेट पर कस्टमर केयर के नंबर खंगालते हैैं। इंटरनेट पर बैैंक व बैैंकिंग एप के फर्जी कस्टमर केयर नंबर पर फोन मिलाने के बाद गाइड लाइन को फॉलो करते ही धड़ाधड़ एकाउंट खाली हो जाते हैैं.
होली और फाइनेंशियल ईयर के लास्ट में साइबर ठग एक्टिव हो जाते हैैं। ऐसे में अनजान नंबर से आए फोन उठाने से बचें। एनी डेस्क ऐप्स को इंस्टाल न करें। बैैंकिंग लेनदेन में सतर्क और जागरूक रहें। अनजान क्यूआर स्कैन से भुगतान न करेें। समस्या होने पर हेल्पलाइन नंबर 155 और 260 पर शिकायत दर्ज कराएं।
राहुल शुक्ल, एसएचओ, साइबर थाना, सारनाथ