वाराणसी (ब्यूरो)आम लोगों की थाली एक बार फिर महंगी होने लगी हैडीजल-पेट्रोल और रसोई गैस सिलिंडर के बढ़े कीमतों ने अब तक के सारे रिकार्ड को ध्वस्त कर दिया हैवहीं, किराना, सब्जी व फल की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैैंइलेक्शन के बाद बढ़ती महंगाई ने मिडल क्लास फैमिली का बजट बिगाड़ दिया हैदैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने बुधवार को मिडल क्लास फैमिली को दो कैटेगरी प्राइवेट जॉब व गवर्नमेंट जॉब में बांटकर बढ़ते महंगाई को दर्शाने की कोशिश की हैऔसत रूप से 7 हजार रुपए में प्राइवेट जॉब के चार मेंबर वाले परिवार की महीना कुछ महीने पहले गुजर जाता थाअब 9 हजार रुपए भी महीने खर्च करने पर रसोई का पुराना स्वाद नहीं मिल रहा हैवहीं गवर्नमेंट जॉब के चार मेंबर वाले परिवार का खर्च 10 हजार से 14 हजार रुपए तक पहुंच गया हैअगर रोज की बात करें तो 100 से 150 रुपए का खर्चा बढ़ गया हैऐसे में फैमिली चिंतित है कि उनका हिसाब गड़बड़ा गया हैअगर इसी तरह महंगाई बढ़ती रही तो रोजमर्रा की चीजों में भी कटौती करनी पड़ेगी.

किचन पर महंगाई का अटैक

इलेक्शन के बाद किराना, राशन, फल, सब्जियां समेत अन्य वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैैंइन सेगमेंट में अभी से पांच से आठ फीसदी तक अधिक दाम बढ़ गए हैंथोक किराना व्यापारी अशोक कसेरा ने बताया कि चावल और दाल पर शुरुआती असर पड़ा है जबकि अन्य जींसों की कीमतें जल्द ही बढऩे वाली हैैंदूध, दही और छाछ के दाम में दो रुपये प्रति किलो की वृद्धि के बाद अब मार्केट में दूध 60 रुपये प्रति किलो और छाछ 30 रुपये किलो हो गया है.

बढऩे लगा है भाड़ा

डीजल के दाम बढऩे से भाड़ा बढऩे लगा हैइस कारण रोजमर्रा के घरेलू सामान, सब्जी, राशन के दाम में अभी से ही 10 से 15 फीसदी तक इजाफा हो चुका हैचावल के भाव में 50 रुपये प्रति बोरी की वृद्धि हो गई हैवहीं, नवरात्रि, छठ, रमजान का रोजा के कारण लगातार जरूरत और खपत बढ़ी हुई है और इसी बीच दाम में लगातार वृद्धि होती जा रही है

सब्जी और फल हुए महंगे

डीजल-पेट्रोल के दाम बढऩे का असर सब्जी और फलों पर भी पड़ा हैसब्जियां औसतन दस फीसदी जबकि फल आदि बीस फीसदी अधिक दाम पर बाजार में उपलब्ध हैंवर्तमान में आलू 30 रुपये प्रति किलो, प्याज 40 रुपये प्रति किलो, टमाटर 40 रुपये प्रति किलो, खीरा 50 रुपये प्रति किलो, बैंगन 52 रुपये प्रति किलो, फूलगोभी 25 रुपये प्रति किलो, पत्तागोभी 35 रुपये प्रति किलो, सिबल 75 रुपये प्रति किलो, शिमला मिर्च 85 रुपये प्रति किलो, नींबू 140 रुपये प्रति किलो, मटर 40 रुपये प्रति किलो बिक रही हैंवहीं फलों में केला 60 रुपये के एक दर्जन, अंगूर 80 रुपये किलो, सेव 140 रुपये किलो, अमरूद 60 रुपये किलो, अनार 120 रुपये किलो, चीकू 50 रुपये किलो बिक रहा है.

केस-1

हरिनगर (सिगरा) में रहने वाले कृष्णा प्राइवेट जॉब करते हैैंहाथ-पैर मारते हुए महीने का 18,000 रुपए अर्न कर लेते हैैंवे बताते है कि कृष्णा समेत फैमिली में दो बच्चों और पत्नी समेत चार मेंबर हैैंगत जनवरी में इनके रसोई का खर्च 7 हजार रुपए महीने थाअब इनके वर्तमान का एक महीने का खर्च 9 हजार रुपए तक जा पहुंचा है.

केस-2

अशोक विहार पहडिय़ा के रहने वाले अनिल सिंह सेकेंड क्लास गर्वमेंट इंप्लाई हैैंमहीने का 35 हजार रुपए अर्न करते हैैंवे बताते है कि फैमिली में दो बच्चों और पत्नी समेत चार मेंबर हैैंगत जनवरी में इनके रसोई का खर्च 10 हजार रुपए महीने थाअब इनके वर्तमान का एक महीने का खर्च 14,000 हजार रुपए तक जा पहुंचा है.