वाराणसी (ब्यूरो)बिजली विभाग द्वारा कनेक्शन के नाम पर अधिक चार्ज लेने पर सख्ती कर दी हैइसको लेकर कास्ट डाटा बुक के आधार पर एक डाटा तैयार किया जा रहा है, जिस आधार पर उपभोक्ताओं को अतिरिक्त राशि वापस करने की कवायद चल रही हैदरअसल, नियामक आयोग की तरफ से आदेश दिया गया है कि 1 अक्टूबर तक सारा डाटा कलेक्ट करते हुए 5 अक्टूबर तक उपभोक्ता के एक्स्ट्रा लिए हुए पैसे को वापस किया जाएबता दें कि पिछले दिनों शिकायत आने पर बिजली विभाग के पावर कारपोरेशन के चेयरमैन एम देवराज ने अपने आदेश में कहा था कि जिन-जिन उपभोक्ताओं से बिजली ïिवभाग के अधिकारियों ने कनेक्शन के नाम पर ज्यादा चार्ज लिए हंै, उनके पैसे को तत्काल रूप से वापस किए जाएं.
डाटा जुटाने में पेंच
अधीक्षण अभियंता दीपक अग्रवाल ने बताया कि इसमें टेक्निकल पेंच फंसती नजर आ रही है, जिस कारण विभाग को राजस्व का नुकसान हो सकता हैनियामक आयोग ने कास्ट डाटा बुक के जो मानक निर्धारण किए हैैं, वह वर्ष 2019 का हैवर्ष 2019 से 2022 तक बेतहाशा महंगाई बढ़ गई हैइस कारण केबल से लेकर ट्रांसफार्मर तक के दामों में भारी इजाफा हुआ हैऐसे में नुकसान होने की पूरी संभावना है.
एडजस्टमेंट के माध्यम से रिटर्न
अधिकारियों के अनुसार, कास्ट डाटा बुक के हिसाब से अगर किसी भी कस्टमर से ज्यादा राशि लेने का मामला सामने आता है तो उसे उसके आगामी महीनों के आने वाले बिलों में समायोजित कर दिया जाएगादरअसल, आनलाइन या आरटीजीएस के माध्यम से वापस करने में परेशानी होगी, इस वजह से बिल में समायोजन किया जाएगा.
क्या होता कास्ट डाटा बुक
बिजली विभाग द्वारा जब बड़े उपभोक्ता को कनेक्शन दिया जाता है तो उसके लिए एक कास्ट डाटा बुक तैयार की जाती हैविभाग द्वारा कनेक्शन के दौरान आने वाले सारे खर्चों के साथ खंभों का डाटा, केबल, मीटर, मैन पावर इत्यादि का इस्टीमेट तैयार किया जाता हैइसी आधार पर उपभोक्ता से शुल्क राशि लेते हुए कनेक्शन दिया जाता है.
तीन सर्किल हुए एक्टिव
रिपोर्टर के द्वारा तीनो सर्किलो के अधीक्षण अभियंता से बातचीत की गई तो उन्होने बताया कि उन्हे भी आदेश की कापी मिल गई हैजिसे सभी संबधित एक्सईन को फारवर्ड कर दिया गया है जोकि 1 अक्टूबर तक तैयार कर लेगेंफिर उसी के आधार पर कारवाई की जायेगीइस संबध में विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सर्किल ग्रामीण में कुछ कस्टमर सामने आ सकते हंैवहीं शहरी उपभोक्ताओं में जो स्मार्ट मीटर के उपभोक्ता या 4 प्रीपेड मीटर के उपभोक्ता है उनके सामने किसी भी प्रकार की कोई भी परेशानी या इस्टीमेट की समस्या नही है.