-अब कार्निया की राष्ट्रीय स्तर पर होगी पूर्ति, आई बैंक एसोसिएशन ऑफ इंडिया की ओर से हुआ राष्ट्रीय सम्मेलन

VARANASI

अब कार्निया का सीधे आदान-प्रदान किया जा सकेगा। राष्ट्रीय स्तर पर जहां भी इसकी कमी होगी उसे दूसरे आई बैंक से आपूर्ति किया जाएगा। 'नेत्रम' साफ्टवेयर के माध्यम से देशभर के सभी आई बैंक को जोड़ा जाएगा। उक्त बातें आई बैंक एसोसिएशन ऑफ इंडिया की अध्यक्ष प्रो। राधिका टंडन ने शनिवार को कैंटोनमेंट स्थित एक होटल में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में कही। आई बैंक एसोसिएशन ऑफ इंडिया, सेंट्रल जोन (ईबीएआई) व वाराणसी आप्थैल्मोलॉजिकल सोसाइटी की ओर से आयोजित आठवें राष्ट्रीय सम्मेलन में उन्होंने कहा कि कार्निया को पहले चार दिन रखा जाता था लेकिन अब कार्निया को दस दिनों तक सुरक्षित रखा जा सकता है। इस दौरान न्यू टेक्नोलॉजी डीएमईके से कार्निया सर्जरी का लाइव प्रसारण किया गया। सम्मेलन में पहले दिन देशभर से जुटे सैकड़ों आई स्पेशलिस्ट ने नेत्र रोग से जुड़ी हाईटेक जानकारियां दी। प्रोग्राम के चीफ गेस्ट डॉ। वीके पाठक व सीएमओ डॉ। वीबी सिंह रहे।

इन्होंने भी किया विचार व्यक्त

सोसाइटी के सचिव डॉ। अनुराग टंडन ने बताया कि आई बैंक द्वारा लोकार्पित पत्रिका अद्भुत ज्योति के बाबत पीएम मोदी ने भी लेटर भेजकर खुशी जताई है। प्रोग्राम में बीएचयू के डॉ। श्रीकांत, डॉ। कंवल जीत सिंह, डॉ। नम्रता शर्मा आदि ने नेत्र सर्जरी पर अपने विचार व्यक्त किए। प्रोग्राम में डॉ। ओपी मौर्य, डॉ। एसपी सिंह, डॉ। हेमंत कुमार, डॉ। आर सिंह, डॉ। अभिषेक चंद्रा आदि प्रेजेंट रहे।