वाराणसी (ब्यूरो)नए साल से मानसिक रोगियों को लग्जरी सुविधाएं मिलने वाली हैउनका ठिकाना पुराने वार्ड से बदलकर नए वार्ड में कर दिया जाएगाइसके लिए पांडेयपुर मानसिक अस्पताल में चार नए माडर्न वार्ड बनने जा रहे हैंएक-एक वार्ड 50 बेड का होगाइन वार्डों में रोगियों के लिए सुविधाएं पहले से और बेहतर की जाएंगी, ताकि मानसिक रोगियों के ऊपर तनाव हावी न हो.

चार वार्ड बनाने की तैयारी

प्रदेश के मानसिक अस्पताल में दिन पर दिन रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही हैइसको देखते हुए मानसिक अस्पताल में रोगियों को एडमिट करने के लिए अस्पताल प्रबंधन को दायरा बढ़ाना पढ़ रहा हैपुराने चार वार्ड के अलावा चार नए वार्ड बनाने की कवायद तेज हो गयी हैइन वार्डों में सभी मानसिक रोगियों को एडमिट किया जाएगा.

माडर्न होंगे बेड

नए वार्ड में जो बेड लगाए जाएंगे वह काफी माडर्न होंगेमरीज को अगर बैठना होगा तो बेड को ऊपर और नीचे कर सकते हैैंसभी वार्ड में नए बेड रखे जाएंगेइन वार्डों में साफ-सफाई चकाचक रहेगीइसके अलावा लाइट की भी व्यवस्था चाक चौबंद रहेगी.

50 बेड के होंगे सभी वार्ड

मानसिक अस्पताल के डॉयरेक्टर डाचन्द्रप्रकाश मल्ल ने बताया कि जो नए वार्ड बनेंगे वह 50 बेड के होंगेऐसे चार वार्ड बनाए जाएंगेचारों वार्ड में 200 बेड रखे जाएंगेएक साथ 200 मानसिक रोगी एडमिट होंगेचार वार्ड में दो वार्ड महिलाओं के लिए होगाएक वार्ड पुरुष और एक परिवार वार्ड होगापुराने वार्ड को रिनोवेट किया जाएगाअगर मरीजों की संख्या बढ़ती है तो पुराने वार्ड में एडमिट किया जाएगा.

361 बेड का हास्पिटल

मानसिक अस्पताल में एक साथ 361 रोगियों को एडमिट करने की क्षमता हैपुराने चारों वार्ड की स्थिति एकदम जर्जर हो चुकी हैजगह-जगह से छप्पर टूटने लगा हैइसको देखते हुए नए वार्ड बनाने की तैयारी की जा रही हैनए वार्ड में मरीजों को पहले से बेहतर सुविधाएं दी जाएगीइसके अलावा उन्हें समय-समय पर ध्यान भी दिया जाएगा.

कई राज्यों से आते हैं मरीज

डॉचंद्र प्रकाश ने बताया कि यूपी का सबसे बड़ा मानसिक अस्पताल पांडेयपुर में हैहास्पिटल में शहर, जिले के अलावा यूपी से सटे बिहार, झारखंड से भी मरीज इलाज के लिए आते हैंअक्सर मरीजों की संख्या बढ़ जाने पर बेड की कमी पड़ जाती थीइसको देखते हुए नए वार्ड बनाए जा रहे हैं.

प्रदेश के मानसिक अस्पताल में चार नए वार्ड बनाए जाएंगेइसके लिए सारी तैयारी पूरी कर ली गई हैनए साल से काम शुरू हो जाएगाइनमें दो महिला वार्ड, एक पुरुष वार्ड और एक परिवार वार्ड बनाए जाएंगे.

डॉसीपी मल्ल, डॉयरेक्टर, मानसिक चिकित्सालय