-नगर निगम में बिना सूचना दिये खोल दिया टेंडर, शुरू हुआ कार्य तो मिली जानकारी

-ठेकेदारों ने धांधली का आरोप लगा डीएम से की शिकायत

VARANASI

सफाई में पीछे और धांधली में आगे रहने वाले नगर निगम पर एक बार फिर वहीं के ठेकेदारों ने गोलमाल का आरोप लगाया है। आरोप है कि अभियंत्रण विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से करोड़ों के कार्य का न तो टेंडर निकाला गया और न ही किसी को सूचना दी गई। अधिकारियों के मनचाहे ठेकेदारों ने जब कार्य शुरू कर दिया, तब सभी को इसकी जानकारी हुई। धांधली का आरोप लगाते हुए करीब तीन दर्जन ठेकेदारों ने डीएम समेत मेयर, नगर आयुक्त से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।

भ्0ख् में ख्क्फ् कार्य हुए शुरू

नगर निगम के तहत कराए जाने वाले विभिन्न विकास कार्यो के लिए ठेकेदार रजिस्टर्ड होते हैं। रजिस्टर्ड ठेकेदार महेंद्र प्रताप सिंह और मनोज कुमार सिंह, योगेन्द्र मौर्या ने बताया कि शहर के 90 वॉर्डो में करीब ख्0 करोड़ के बजट से विभिन्न गली का निर्माण/मरम्मत, सड़क निर्माण, जल निकासी के करीब भ्0ख् कार्य होने थे। इसके लिए टेंडर मांगा गया था, जिसे ख्फ् अप्रैल ख्0क्म् को मुख्य अभियंता कार्यालय पर सभी ठेकेदार और निविदा समिति के सदस्यों के बीच खोला जाना था। मगर किन्हीं कारणवश टेंडर नहीं खोला गया। मगर करीब दो माह बाद इन्हीं भ्0ख् कार्यो में से ख्क्फ् कार्यो का निर्माण कार्य शुरू हो गया। जानकारी करने पर मालूम पड़ा कि इन कार्यो का टेंडर म् जून को खोला गया है। जबकि इसकी जानकारी न तो किसी ठेकेदार को दी गई और न ही निविदा समिति के सदस्यों को। ठेकेदारों ने आरोप लगाया है कि अधिकारियों की मिली भगत से यह कार्य किया गया है। उन लोगों ने डीएम से उक्त टेंडर को निरस्त कर दोबारा कराने की मांग की है। डीएम से शिकायत करने वालों में अमित सिंह, मनोज कुमार सिंह, निर्भय, आनंद, दीपनारायन सिंह, दिनेश सिंह, अखिलेश कुमार मिश्रा आदि के नाम शामिल हैं। वहीं इस बाबत जानकारी के लिए जब नगर निगम के चीफ इंजीनियर को कॉल किया गया तो उनका मोबाइल फोन लगातार नॉट रिचेबल बताता रहा।