- सूबे में धान उत्पादन में मिला यह गौरव, 30.85 कुंतल प्रति हेक्टेअर हुआ उत्पादन

- 2016-17 में 36.21 कुंतल प्रति है उत्पादन का लक्ष्य

CHANDAULI: धान के कटोरे के नाम से प्रसिद्ध चंदौली ने धान उत्पादन में प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। लगातार सूखे की मार झेल रहे किसानों के लिए यह राहत भरी खबर है। वहीं शाहजहांपुर को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। यहां क्क्फ्.9ख्ख् हेक्टेअर में बोई गई धान की फसल में फ्0.8भ् कुंतल प्रति हेक्टेअर रिकार्ड उत्पादन हुआ है।

आपदा के बाद भी अव्वल

कृषि प्रधान जिले के किसान तीन वर्ष से प्रकृति की मार झेल रहे हैं। औसत से कम बारिश व ¨सचाई के संसाधन किसानों के फेल हो जाने से किसान परेशान हैं। वहीं फसल तैयार होने की स्थिति में मौसम की प्राकृतिक आपदा सब चौपट कर दे रही है। ओलावृष्टि व तापमान की अधिकता से फसल पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। बावजूद इसके खरीफ ख्0क्भ्-क्म् में धान उत्पादन में जिले को उपलब्धि प्राप्त हुई है। धान का फ्भ्क्.ब्ब्9 मैट्रिक टन उत्पादन हुआ है। इसमें सुगंधित धान क्.ब्भ्0 कुंतल प्रति हेक्टेअर व संकर प्रजाति के धान का उत्पादन 8.800 हेक्टेअर है। खरीफ के चालू सीजन वर्ष ख्0क्म्-क्7 में कृषि विभाग की ओर से क्क्म्.080 हेक्टेअर में ब्ख्0.फ्0क् मैट्रिक टन उत्पादन व फ्म्.ख्क् उत्पादकता का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

लक्ष्य के सापेक्ष पूर्ति की उम्मीद

उपनिदेशक कृषि आरके सिंह ने कहा कि खरीफ के चालू सीजन में मौसम अनुकूल रहा तो निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष धान के उत्पादन की उम्मीद है। किसान जून माह के प्रथम पखवारे में धान की नर्सरी डाल दें। ताकि समय से रोपाई का कार्य किया जा सके।