- महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन ने छात्राओं के हित में लिया फैसला

- दस महाविद्यालयों के परीक्षार्थियों का केंद्रों बदला गया

प्वाइंटर

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जुलाई से काशी विद्यापीठ में स्नातक व स्नातकोत्तर की परीक्षाएं हो रही हैं शुरू

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केंद्रों पर होगी यूजी-पीजी की परीक्षाएं

कोविड के प्रकोप को देखते हुए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन ने छात्राओं को स्वकेंद्र की सुविधा प्रदान कर दी है। ऐसे में अब उन महाविद्यालयों की छात्राओं को स्वकेंद्र की सुविधा मिल गई है, जिन महाविद्यालयों में 100 से अधिक छात्राएं अध्ययनरत हैं। हालांकि उन्हीं महाविद्यालय की छात्राओं का स्वकेंद्र किया गया है, जिन्होंने केंद्रों की सूची पर आपत्ति जताई थी।

34 महाविद्यालयों ने आपत्ति दर्ज कराई

5 जुलाई से स्नातक व स्नातकोत्तर की परीक्षाओं के लिए वाराणसी, चंदौली, भदोही, मीरजापुर व सोनभद्र में 159 केंद्र बनाए गए थे। वहीं केंद्रों पर आपत्ति दर्ज कराने के लिए संबद्ध महाविद्यालय आठ जुलाई तक का मौका दिया गया था। इस दौरान करीब 34 महाविद्यालयों ने आपत्ति दर्ज कराई थी। इसमें कुछ कालेजों ने स्वकेंद्र तो कुछ ने केंद्रों की दूरी को लेकर आपत्ति की थी। कुछ कालेजों ने प्रबंधकीय विवाद का हवाला देते हुए परीक्षा केंद्र काटने का अनुरोध किया था। बहरहाल विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी आपत्तियों का निस्तारण करते हुए 158 केंद्रों की सूची जारी कर दी गई है। संशोधित सूची में भदोही का एक केंद्र काटा गया है। वहीं दस महाविद्यालयों के परीक्षार्थियों का केंद्रों बदला गया है।

परीक्षा में 204385 परीक्षार्थी

वाराणसी सहित पांच जिलों में स्नातक व स्नातकोत्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों में 204385 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल होंगे। परीक्षा तीन पालियों में होगी। वहीं प्रवेश पत्र दस जुलाई के बाद जारी करने का निर्णय लिया है।