- दो सप्ताह पहले ग्रीन बेल्ट का वीडीए ने कराया था सर्वे

- वरुणा किनारे 50 मीटर के दायरे में 762 भवन चिह्नित लेकिन रिपोर्ट तैयार नहीं

VARANASI

वरुणा के दोनों किनारों पर भ्0 मीटर के ग्रीन बेल्ट का तो सर्वे हो गया लेकिन कार्रवाई का अब तक कुछ पता नहीं है। इतना ही नहीं ग्रीन बेल्ट में बने भवनों में से कितने के नक्शे पास है या नहीं वीडीए ये भी पता नहीं कर पाया है। वीडीए ने इमिलिया घाट से राजघाट के बीच सर्वे कर ग्रीन बेल्ट में बने भवनों का चिन्हांकन किया है। इसमें बिना नक्शा पास भवनों का ध्वस्तीकरण कराया जाना है। लेकिन रिपोर्ट तैयार करने में देर हो रही है। इसके कारण ग्रीन बेल्ट की तैयारियों की गति भी धीमी पड़ गई है।

नहीं पता, कितने के नक्शे पास

सर्वे पूरा हुए क्भ् दिन बीत चुके हैं लेकिन वीडीए यह पता नहीं लगा पाया कि 7म्ख् निर्माण में से कितने भवनों का नक्शा पास हुआ है। वीडीए का कहना है कि इस एरिया में ज्यादातर भवन बिना नक्शा पास कराये ही बनाये गये हैं। चीफ सेक्रेटरी आलोक रंजन ने अपने दौरे में शास्त्री घाट से वरुणा किनारे हुए अतिक्रमण देख काफी नाराजगी जतायी थी। वहीं उन्होंने वरुणा किनारे अवैध कब्जा व मानचित्र पास करने वाले अधिकारी को जेल भेजने के निर्देश दिया था लेकिन प्रशासनिक अमला इसके बाद भी हरकत में नहीं आया।

ग्रीन बेल्ट में बने भवनों की रिपोर्ट शनिवार तक तैयार कर ली जाएगी। जिन भवनों के नक्शे पास नहीं हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करायी जाएगी। लेकिन जिन भवनों के नक्शे पास होंगे उन्हें नहीं छेड़ा जाएगा।

एमपी सिंह, वीडीए सचिव