वाराणसी (ब्यूरो)दिन-प्रतिदिन गर्मी बढ़ती जा रही हैआमलोग एक ओर जहां चिलचिलाती धूप व गर्म हवा से परेशान हैं, वहीं दूसरी ओर उनके कंठ भी सूखने लगे हैंशहर क्षेत्र की अनुमानित 30 लाख में से 15 लाख जनता को जलकल विभाग से वाटर सप्लाई नहीं मिल पा रही हैइसके अलावा आए दिन प्रेशर कम होने व पानी की बर्बादी के कारण पेयजल की किल्लत भी सामने आती रहती हैजलकल विभाग के आंकड़ों की बात करें तो 15 लाख शहरवासियों को 276 एमएलडी वाटर की जरूरत होती है, जबकि 323 एमएलडी वाटर सप्लाई की जा रही हैभले ही वर्ष 2011 के जनसंख्या सर्वे के अनुसार जलकल विभाग अपना दावा ठोक रहा है, लेकिन वास्तविकता इसके उलट हैइस समय शहर की जनसंख्या 30 लाख हैऐसे में 15 लाख लोगों को पानी की सप्लाई नहीं हो रही हैहालांकि विभाग ने टैैंकरों से सप्लाई की भी व्यवस्था की है.

शहर में दोनों तरीके से जल की सप्लाई

शहर में जलकल विभाग लगातार भूमिगत जल और शोधित जल की सप्लाई कर रहा हैये दोनों जल वैज्ञानिक रूप से पीने के योग्य होते हंैदरअसल, गर्मी के मौसम में शहर में पेयजल की डिमांड ज्यादा हो गई है, ऐसे हालात में जलकल विभाग को दोनों तरीके के जल को सप्लाई करनी पड़ रही है.

एक हजार से ज्यादा वाटर टैैंकर वर्किंग

शहर के कोने-कोने में पानी की सप्लाई लगातार की जा रही हैपेयजल की सप्लाई जलकल विभाग पाइपलाइन से कर रहा हैशहर के दूरदराज क्षेत्रों में या जहां पर पाइपलाइन नहीं लग पाई हैै, वहां पर पानी के टैैंकरों की मदद से पानी सप्लाई हो रही है.

भदैनी वाटर प्लांट से सबसे ज्यादा सप्लाई

गर्मी के मौसम में शहरवासियों के लिए भदैनी वाटर प्लांट वरदान साबित हो रहा हैयहां से शहर के जरूरत के हिसाब से 50 फीसद वाटर की सप्लाई की जा रही हैभदैनी वाटर प्लांट से जलकल विभाग रेगुलर अपने रिर्सोसेज वाटर रिसीव करके पब्लिक को आन डिमांड सप्लाई कर रहा हैभदैनी वाटर प्लांट से शहर को शोधित और भूमिगत दोनों तरह के जल आसानी से मिल जाते हैैंवहीं भदैनी के प्लांट में मौजूदा टाइम में कुल मिलाकर 125 वाटर सेक्टर वर्किंग हंै.

मिनी पंप और ट्यूबवेल भी वर्किंग

शहर में जलकल विभाग की ओर से पेयजल मुहैया कराने के लिए 148 ट्यूबवेल और 128 मिनी पंप सक्रिय हैैंशहर के लोगों की प्यास बुझाने के लिए जलकल विभाग के मिनी पम्प और ट्यूबवेल भी वर्किंग हैंइन पंपों के माध्यम से जलकल विभाग वाटर को टैैंकर में या पानी की टंकियों में रिस्टोर करता हैइसके बाद वह टैैंकरों में भर करके शहर के कोने-कोने में सप्लाई करता है.

-276 एमएलडी वाटर शहर की जरूरत

-323 एमएलडी वाटर की हो रही सप्लाई

-15 लाख की आबादी तक जलकल विभाग की पहुंच

-148 ट्यूबवेल हैं वर्किंग

-128 मिनी पंप हैैं वर्किंग

गर्मी के मौसम की आहट आते ही हमारा विभाग अलर्ट हो गया हैशहर में लगातार वाटर सप्लाई कर रहे हैंहमारी पूरी टीम सभी उपकरणों के साथ सदैव एक्टिव हैआवश्यकतानुसार हमारी टीम रिसर्च भी करती है.

-रघुवेंद्र कुमार, महाप्रबंधक, जलकल विभाग, वाराणसी