वाराणसी (ब्यूरो)प्रशासन व कमिश्नरेट पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद बनारस में जाम की समस्या खत्म नहीं हो रही हैइस समस्या को लेकर पीएमओ भी चिंतित हैजाम खत्म करने को लेकर हर दिन कवायद चल रही हैइस पर एडीसीपी ट्रैफिक डीके पूरी ने भी अध्ययन किया है, जिसमें एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई हैदैनिक जागरण आईनेक्स्ट से विशेष बातचीत में उन्होंने बताया कि बनारस में जाम लगने का मुख्य कारण ओवरटेक, रांग साइट से वाहन ले जाना, सड़क किनारे गाड़ी खड़ी कर देनाअगर लोग एक-दूसरे के पीछे चले और रांग साइट से नहीं चले तो कभी भी जाम नहीं लगेगा.

सवाल : हेलमेट लगाना क्यों जरूरी है.

जवाब : पूरे शरीर में सिर सबसे महत्वपूर्ण पार्ट है, इसलिए उसकी सुरक्षा जरूरी हैयह पार्ट सेफ रखने के लिए भी हेलमेट पहनना जरूरी हैयही नहीं, हेलमेट पहनना देश के प्रति निष्ठा भी दर्शाता हैयहां के कानून व नियम के प्रति अपना समर्पण भी दिखाता है.

सवाल : हेलमेट लेते वक्त किस चीज पर ज्यादा फोकस करना चाहिए.

जवाब : सबसे पहले यह देखना चाहिए कि हेलमेट आईएसआई मार्क है कि नहींक्वालिटी व लुक अच्छा होना चाहिएफाइवर सीट से एकदम साफ दिख रहा होकंपनी मायने नहीं रखती हैआप किसी भी कंपनी का हेलमेट ले सकते हैं.

सवाल : हेलमेट के प्रति आम व्यक्ति की क्या रिस्पांसबिलिटी होनी चाहिए.

जवाब : खुद की सुरक्षा, सुरक्षित यात्रा, परिवार के बीच सकुशल लौटने का पूरा भरोसा आदियह भी दर्शाता है कि देश की कानून व्यवस्था में आपका पूर्णरूप से सहयोग भी हैनियमों को मानते हैं.

सवाल : हेलमेट पहनने को लेकर अब उस तरह की सख्ती नहीं दिखती है, जैसा पहले था.

जवाब : नहीं ऐसा नहीं हैयह देखने का नजरिया हैशहर में दो तरह का पापुलेशन हैंपहला स्टंैडिंग व दूसरा फ्लोटिंग हैस्टैडिंग शहर की आबादी है, जो ट्रैफिक रूल्स को लेकर अवेयर हैदूसरा प्लोटिंग यानी बाहरीजो जानकारी के अभाव में बिना हेलमेट शहर में आ जाते हैंलेकिन रेगुलेशन और फाइन पहले की तरह एगजिट कर रहा हैचालान की संख्या भी बढ़ी है.

सवाल : नदेसर कट को पूरी तरह से खोल देना चाहिए या फिर बंद

जवाब : तीन-चार महीने पहले टै्रफिक पुलिस ने प्रयोग किया थानदेसर मस्जिद के पास कट को पूरी तरह से खोल दिया गया थाइसके चलते भयानक जाम लग गयाकरीब ढाई घंटे काफी मशक्कत के बाद स्थिति सामान्य हो पाईइसलिए सिर्फ दोपहिया वाहनों के लिए इस कट को खोला गया है.

सवाल : सुबह के वक्त नदेसर से अंधरापुल जाने वाला कट खुल जाता हैअंडर पास से चारपहिया वाहन गुजरता है ऐसा क्यों.

जवाब : ऐसी जानकारी मुझे नहीं हैअगर ऐसा है तो इस बारे में पता कराया जाएगा कि यह कैसे होता हैहालांकि टै्रफिक पुलिस की रात 11 बजे के बाद ड्यूटी खत्म हो जाती हैअगले दिन सुबह सात फिर उत्साह व नई एनर्जी के साथ वह आ जाते हैं.

सवाल : कुछ दुकानों के बाहर वाहन खड़े कर दिए जाते हैं, जिससे जाम लगता हैइस अंकुश कैसे लगेगा.

जवाब : लोगों को खुद आत्मबोध होना चाहिएटै्रफिक पुलिस चौराहों या मुख्य मार्ग पर मुस्तैद रहती हैऐसी स्थिति खुद उस दुकानदार की नैतिक जिम्मेदारी है कि ऐसा करने वालों को वह खुद रोकेया आम आदमी भी इसकी सूचना टै्रफिक पुलिस को दे सकता हैतुरंत कार्रवाई होगी.

सवाल : कचहरी के पास से गाडिय़ां कब हटेंगी.

जवाब : इसके लिए लगातार प्रयास किया जा रहा हैटै्रफिक पुलिस सुबह 9 से 12 बजे तक अधिवक्ता बंधुओं से अपील करती है कि सड़कों पर वाहन न खड़ा करेंमल्टी लेवल पार्किंग में गाड़ी खड़ी करेंइसका असर भी होता हैबहुत से लोग पार्किंग में गाड़ी खड़ी करते हैं, लेकिन वहां सीमित जगह है और कचहरी आने वाली गाडिय़ों की कई गुना अधिक हैफिर भी इस समस्या जल्द ही निजात मिलेगी.

खाली जमीन पर बनाई जाएगी पार्किंग

एडीसीपी टै्रफिक डीके पूरी ने कहा कि शहर में जगह-जगह पार्किंग नहीं होने के कारण लोग सड़कों पर ही गाड़ी खड़ी कर देते हैंऐसे में भी जाम लगता हैअगर शहर में किसी भी जगह पर खाली स्थान है, वह सरकारी या निजी तो इसकी जानकारी इस मोबाइल नंबर 7317202020 पर जरूर देंट्रैफिक पुलिस उस स्थान को पार्किंग के रूप में विकसित कराने का प्रयास करेगी.