वाराणसी (ब्यूरो)स्मार्ट होते बनारस में शिक्षा व्यवस्था भी स्मार्ट हो रही हैदेश-विदेश से आने वाले स्टूडेंट्स को अच्छी तालीम के साथ अच्छा माहौल और रहने को बेहतरीन व्यवस्था मिले इसकी शुरुआत बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) मेें हो गई हैएजुकेशन के क्षेत्र में तो बीएचयू पहले ही देश के टॉप यूनिवर्सिटीज में शुमार है और अब ये अपने बच्चों को बेहतरीन हॉस्टल प्रोवाइड कराने के लिए भी जाना जाएगाजी हां, बीएचयू में इंटरनेशनल गल्र्स स्टूडेंट्स के लिए इंटरनेशनल लेवल का हाईटेक हॉस्टल तैयार किया गया हैपूरे यूपी का यह पहला ऐसा हॉस्टल है, जहां के बच्चों को स्टार रेटेड होटल जैसी सुविधाएं मिलेंगीबता दें कि 4 दिन पहले बनारस आए पीएम मोदी ने इस नए और हाईटेक हॉस्टल का लोकार्पण किया हैअब चलिए जानते हैं कि इंटरनेशनल लेवल का यह हॉस्टल इंटरनेशन गल्र्स स्टूडेंट्स के लिए क्यों और कितना खास है.

मॉड्यूलर किचन के साथ स्मार्ट वॉशरुम

50 करोड़ रुपये की लागत वाले इस गल्र्स हॉस्टल में कुल 200 कमरे बनाए गए हैंइसमें हाईटेक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, ताकि विदेश से आने वाली छात्राओं को पढऩे और रिसर्च के लिए किसी तरह की कोई प्राब्लम न होने पाएतकरीबन 15,500 स्क्वॉयर मीटर बिल्डअप एरिया के इस हॉस्टल में हर कमरे में अटैच्ड बाथरूम के साथ अलग से मॉड्यूलर किचन बनाया गया है, ताकि जिस देश की स्टूडेंट हों वे अपने देश के डिश को खुद बनाकर खा सकेंइसके अलावा वेल फर्निस्ड इस रूम में पढऩे के लिए दो स्टडी टेबल-कुर्सी, वार्डरोब और वेल बेड की व्यवस्था दी गई है.

किस तरह की हैं सुविधाएं

बीएचयू कैंपस में तैयार यह पहला ऐसा इंटरनेशनल गल्र्स हॉस्टल है, जहां छात्राओं को हॉस्टल में ही मिनी मार्केट की सुविधा मिलेगीहॉस्टल के मेंटर एसवीएस राजू ने बताया कि इस मिनी मार्केट में छात्राओं को उनके जरूरत के सामान उपलब्ध हो जाएंगेहॉस्टल में हाईटेक रूम के साथ जिम, इंडोर गेम, आउटडोर गेम के लिए बैडमिंटन कोर्ट, फ्री वाईफाई और फ्री बिजली की सुविधा दी जाएगीउनका कहना है कि हर देश के लोगों के खाने के तौर-तरीके अलग होते हैैंयहां आने के बाद वे अपने देश के डिश को मिस न करें, इसके लिए छात्राओं को किचन उपलब्ध कराया गया है, ताकि वे अपनी पसंदीदा डिश बना सकेंहर किचन में गैस पाइपलाइन लगाने की भी प्लानिंग हैफिलहाल छात्राओं को इंडक्शन उपलब्ध कराया जाएगा

एक कमरे में रहेंगी दो छात्राएं

10 मंजिल के इस हॉस्टल में अलग-अलग इंडोर गेम के लिए कमरे बनाने के साथ आउटडोर गेम के लिए हॉस्टल कैंपस में ही बैडमिंटन कोर्ट भी बनाए गए हैंवैसे तो हॉस्टल के एक कमरे में दो गल्र्स के रहने का इंतजाम किया गया है, लेकिन पीएचडी करने वाली या पीजी यूजी की किसी स्टूडेंट को सिंगल रूम में रहना है तो यह सुविधा भी उन्हें मिल सकती है, लेकिन इसके लिए उन्हें एक्स्ट्रा चार्ज देना पड़ेगा

स्टूडेंट्स के लिए बेहतर सुविधा

बताया गया कि इस बार बीएचयू में 350 फॉरेनर्स स्टूडेंट्स का एडमिशन हो सकता है, जिसको देखते हुए यूनिवर्सिटी में आने वाले फॉरेनर्स स्टूडेंट्स को रहने और पढऩे के लिए बेहतरीन सुविधा मिले, उसके लिए यह पहल की गई हैअमेरिका, कनाडा, यूरोप, फ्रांस, इजराइल, यूके, नेपाल आदि देश से जो स्टूडेंट आते हैं, उनकी संस्कृति और रहन-सहन काफी अलग होती हैइसको देखते हुए विवि ने ऐसा हॉस्टल तैयार किया है कि उन्हें सारी सुविधाएं गुणवत्ता के साथ एक ही जगह पर मिल जाए.

नॉमिनल चार्ज में बेहतरीन सुविधा

वैसे तो इस हॉस्टल में रहने के लिए स्टूडेंट्स को 2500 रुपए पर मंथ देना होगा, जबकि सिंगल रूम के लिए तीन हजार रुपए चार्ज होंगेलेकिन स्टूडेंट्स को ये भी फ्री हो जाएगाक्योंकि 2022-23 में एडमिशन लेने वाले यूजी और पीजी के स्टूडेंट्स को बीएचयू की ओर से 6 हजार और पीएचडी के स्टूडेंट को 8 हजार का स्कॉलरशिप भी दिया जा रहा हैहालांकि ये उन्हीं स्टूडेंट को मिलेगा, जिन्हें उनके देश या इंडिया में किसी तरह का कोई स्कॉलरशिप न मिल रहा होअगर किसी को कही से तीन हजार रूपए का स्कॉलरशिप मिल रहा होगा तो, बीएचयू की ओर से उन्हें तीन हजार का लाभ मिल जाएगा

इस हॉस्टल के निर्माण के बाद बीएचयू में प्रवेश लेने वाली फॉरेनर्स स्टूडेंट के लिए पर्याप्त संख्या में हॉस्टल अवेलेबल हो जाएंगेहम यह कह सकते हैैं कि पूरे यूपी का यह पहला ऐसा हॉस्टल है जिसे इतना हाईटेक बनाया गया हैहाई सिक्योरिटी के साथ इसमें छात्राओं को हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं.

प्रोएसवीएस राजू, समन्वयक, इंटरनेशनल गल्र्स हॉस्टल-बीएचयू