वाराणसी (ब्यूरो)। नगर निगम की ओर से शहर में चिन्हित साइटों पर ही होर्डिंग्स लगाने का दावा किया जाता है। चिन्हित स्थानों की संख्या भी निर्धारित की गयी है, लेकिन स्थिति चौकाने वाली है। नगर निगम के अनुसार शहर के चौराहों और तिराहों पर 17 पुलिस बूथ सहायता केंद्र और 19 ट्रैफिक पोस्ट पुलिस चौकी पर होर्डिंग्स लगायी गयी है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है।

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने शहर में घूमकर पड़ताल की तो करीब 75 स्थान मिले हैं, जहां अनुमति के बिना ही होर्डिंग्स लगायी गयी है। पुलिस बूथों पर तैनात जवानों को भी पता नहीं है कि होर्डिंग्स नगर निगम की अनुमति से लगी है या अवैध रूप से। जो भी होर्डिंग्स टांगने आता है, पूछने पर वह बताता है कि उसने नगर निगम से परमिशन ली है।

होर्डिंग्स की है भरमार
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने अंधरापुल, साजन तिराहा और सिगरा चौराहे पर स्थापित पुलिस बूथ की पड़ताल की। बताते चलें कि इससे राजस्व के नुकसान के साथ ही शहर की सूरत भी बिगड़ रही है। यह हालत तब है जब नगर निगम की ओर से शहरी क्षेत्र में अवैध तरीके से लगाए जाने वाले हार्डिंग्स व बैनर पोस्टर के खिलाफ अभियान चलाया गया था। लहुराबीर, आदमपुर, कज्जाकपुरा, अर्दली बाजार, भोजूबीर, गिलट बाजार सहित कई इलाकों में होर्डिंग्स की भरमार है।

बड़े साइज की होर्डिंग्स
होर्डिंग्स लगाने के लिए नगर निगम प्रशासन ने साइज भी निर्धारित की है। उसी साइज में चिन्हित जगहों पर होर्डिंग्स लगाने की अनुमति मिलती है, लेकिन इसमें भी खेल होता है। अधिकतम 30 गुणे 15 फीट की होर्डिंग्स लगाने की अनुमति लेकर बड़े साइज की होर्डिंग्स लगा दी जाती है। पुलिस बूथों पर 12 गुणे छह फीट की साइज में होर्डिंग्स लगाने की अनुमति होती है, लेकिन यहां भी मनमाने तरीके से बड़े साइज की होर्डिंग्स लगायी जाती है।

- यात्री प्रतीक्षालय 16
- पुलिस बूथ 17
- टै्रफिक पुलिस पोस्ट 19