-कैंट स्टेशन से संचालित trains के लेडीज कोच में जेंट्स नहीं कर सकेंगे एंट्री

-जर्नी करते मिलने पर रेलवे एक्ट में होगी कार्रवाई, RPF व TTE को मिला निर्देश

VARANASI:

ट्रेन के लेडीज कोच में जर्नी करने वाले जेंट्स पैसेंजर्स एलर्ट हो जाएं। अब इस कोच में अगर वे जर्नी करते पकड़े गये तो उन्हें जेल जाना पड़ेगा। रेलवे डिपार्टमेंट ने दीपावाली व छठ पर ट्रेन में जर्नी के लिए पैसेंजर्स की होने वाली भीड़ को देखते हुए ये डिसीजन लिया है। इस दौरान इन दोनों कोच में जेंट्स पैसेंजर्स के जर्नी करते मिलने पर उनके खिलाफ रेलवे एक्ट में कार्रवाई करने का आदेश दिया है। जिसमें फाइन के साथ ही जेल भी हो सकती है। इस आदेश के बाद आरपीएफ व टीटीई एक्टिव हो गये हैं।

सुपरफास्ट से पैसेंजर तक

ऐसा नहीं है कि पैसेंजर ट्रेन में ही बिना फैमिली मेंबर्स के लेडीज जर्नी करती हैं। बल्कि सुपरफास्ट व एक्सप्रेस ट्रेन्स से भी बड़ी संख्या में लेडीज एक शहर से दूसरे शहर तक जाती हैं। इसको ध्यान में रखते हुए ही रेलवे ने सभी कैटगरी की ट्रेन्स में अलग से लेडीज कंपार्टमेंट का इंतजाम किया है। इन ट्रेन्स में आगे या पीछे लेडीज के लिए कोच जोड़ा जाता है। जिसमें केवल महिलाएं या ग‌र्ल्स ही एंट्री कर सकती हैं। यहां तक कि किसी लेडी के साथ यदि उसका एडल्ट बेटा है तो भी वह इस कोच में सवार नहीं हो सकता। उसे अन्य कोच में ही अपना ठौर तलाशना होगा।

जाना पड़ेगा जेल भी

नाम न लिखने की शर्त पर एक ऑफिसर ने बताया कि ट्रेन्स के इन दोनों कोचेज में यदि कोई जेंट्स सफर कर रहा है और रंगे हाथ पकड़ लिया जाता है तो उसे एक साल तक की सजा हो सकती है। इसके अलावा फाइन भी जमा करना पड़ सकता है।

ट्रेन्स के लेडीज कोच में जेंट्स के बैठने और जर्नी करने की जांच होगी। चेकिंग के दौरान पकड़े जाने पर रेलवे एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई होगी। साथ ही लेडीज व डिसेबल कोच में जेंट्स पैसेंजर्स की धरपकड़ के लिए कैंपेन भी चलाया जाएगा।

शिवेंद्र शुक्ला, सीनियर डीसीएम

लखनऊ डिवीजन, नॉर्दन रेलवे

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ब्ब् ओरिजिनेटेड, क्78 होती हैं पास

कैंट स्टेशन से एक दो नहीं बल्कि ख्ख्ख् पैसेंजर्स ट्रेन्स का आपरेशन होता है। इनमें ब्ब् ट्रेन्स कैंट स्टेशन से ही ओरिजिनेटेड होती हैं। जो सीधे कैंट स्टेशन को मेट्रो सिटीज को जोड़ती हैं। वहीं क्78 ट्रेन्स यहां से पास होती हैं। इनमें से अधिकतर का कैंट स्टेशन पर स्टॉपेज है। इन सभी ट्रेन्स में लेडीज कोच अटैच होता है। जिनमें महिलाओं के बैठने की व्यवस्था होती है।