-सीएसआर फंड से तैयार हो रहा प्लांट

-कोरोना से फाइट के लिए प्रशासन ने झोंकी पूरी ताकत

वाराणसी में कोरोना संक्रमण से फाइट के लिए प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी है। भविष्य में ऑक्सीजन की कमी के चलते किसी भी मरीजों की मौत नहीं होगी। इसके अलावा बेड, इंजेक्शन समेत हर तरीके की मेडिकल सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। डीएम कौशल राज शर्मा ने बताया कि पीएम के मार्ग दर्शन और निर्देशन में सभी ऐसे सरकारी अस्पताल, जिसमें ऑक्सीजन पाइप लाइन वार्ड में लगी है। वहां ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सभी अस्पतालों में सीएसआर फंड से ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण हो रहा है। इसके अलावा दो चैरिटेबल अस्पतालों ने भी पीएम की प्रेरणा से अपने संसाधनों और जन सहयोग से अपने परिसर में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए प्रयास शुरू कर दिया है।

डीडीयू अस्पताल

पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में स्थापित प्लांट से एक मिनट में 610 लीटर आक्सीजन का जनरेशन हो रहा है, जिससे 120 बेड को ऑक्सीजन आपूíत हो रही है। यह प्लांट जाने-माने उद्योगपति आरके चौधरी द्वारा एक करोड़ रुपये की लागत से तैयार कराया गया है।

एलबीएस अस्पताल

रामनगर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में 25 बेड के लिए 120 एलपीएम क्षमता का प्लांट बन रहा है, जिसमें अमेरिका की एक सामाजिक संस्था से प्राप्त सीएसआर फंड लगाया गया है, जो दो दिन में चालू हो जाएगा।

कबीरचौरा अस्पताल

मंडलीय अस्पताल कबीर चौरा के लिए 960 एलपीएम क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट की प्लानिंग हो चुकी है। यहां 200 बेड के लिए इंडियन ऑयल कारपोरेशन द्वारा सीएसआर फंड से प्लांट का आर्डर दिया जा चुका है। अगले कुछ दिनों में इक्वीपमेंट कोयम्बटूर से रवाना हो जाएगा और तीन सप्ताह में प्लांट चालू होगा।

ईएसआई अस्पताल

ईएसआई अस्पताल पांडेयपुर के लिए देश की बड़ी एमएनसी कम्पनी द्वारा दो प्लांट लगाया जा रहा है। पहली 250 एलपीएम क्षमता और दूसरी 610 एलपीएम क्षमता वाला है। सीएसआर फंड से आर्डर दे दिए गए हैं। छोटा प्लांट एक सप्ताह और बड़ा प्लांट एक महीने में प्राप्त होने के बाद इंस्टॉल हो जाएगा।

बीएलडब्ल्यू हास्पिटल

बीएलडब्ल्यू रेलवे अस्पताल में प्लांट के लिए कानपुर की शुभम गोल्डी मसाले कंपनी सामने आई है। कम्पनी मालिक सोम गोयनका और उनके बेटे सुदीप गोयनका ने ऑक्सीजन प्लांट के लिए पांच दिन पूर्व 88 लाख रूपये दिया है। यहां 610 एलपीएम क्षमता प्लांट का ऑर्डर दे दिया गया है। ये प्लांट एक महीने में इंस्टॉल हो जाएगा। इससे अस्पताल के 120 बेड पर ऑक्सीजन मिलेगी।

चौकाघाट अस्पताल

राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज के 120 बेड वाले अस्पताल के वार्ड में ऑक्सीजन पाइप लाइन नहीं है। इसके लिए भी सीएसआर फंड से लगवाने की कोशिश जारी है। इसमें प्लांट लगाने के लिए दो कंपनियों से बात चल रही है। शीघ्र ही इसे फाइनल किया जाएगा। पाइप लाइन लगाने के लिए शनिवार से कार्य शुरू हो जाएगा। इसका पेमेंट किसी समाजसेवी अथवा संस्था से करने के प्रयास किये जाएंगे।

बीएचयू और कैंसर हास्पिटल

बीएचयू और होमी भाभा कैंसर अस्पताल में पहले से ही लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट लगे हैं। वे बाहरी सिलेंडर पर निर्भर नहीं हैं। इसके अलावा बीएचयू के मैदान में डीआरडीओ द्वारा स्थापित किये जा रहे पंडित राजन मिश्रा कोविड अस्पताल में भी लिक्विड ऑक्सीजन का प्लांट लगाया जा रहा है। इससे बाहरी ऑक्सीजन सिलेंडर पर निर्भरता नहीं होगी।

रामनगर में बंद प्लांट शुरू

डीएम ने बताया कि उपरोक्त प्लांट्स लगवाने के अलावा वाराणसी प्रशासन की ओर से एक महीने में ऑक्सीजन सिलेंडर की फिलिंग कैपेसिटी भी 1800 से बढ़ा कर 4500 की गई है। इसमें रामनगर स्थित बंद पड़े मेडिटेक प्लांट को लिक्विड ऑक्सीजन का प्रबंध करके शुरू कराया जा रहा है। एक एएसयू बंद पड़े प्लांट को उस फर्म से दोबारा चलवाया गया। इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन प्लांट की ऑक्सीजन मेडिकल सप्लाई के लिए डायवर्ट कराया गया है। इसी तरह मीरजापुर में एक बंद पड़े प्लांट को भी शुरू कराया गया है। उसकी लिक्विड ऑक्सीजन की व्यवस्था वाराणसी प्रशासन के माध्यम से कराकर वहां से लगभग 300 सिलेंडर वाराणसी के लिए रिफिलिंग कराई जा रही है। लिक्विड ऑक्सीजन प्राप्त करने के लिए रेलवे और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित ऑक्सीजन एक्सप्रेस और इन प्लांट्स के लिए उपलब्ध चार रोड टैंकर्स का भरपूर उपयोग किया जा रहा है।

होम आइसोलेशन मरीजों के लिए 500 सिलेंडर प्रतिदिन उपलब्ध

प्रशासन द्वारा गत सप्ताह कामरूप इंडस्ट्री के प्लांट में लिक्विड ऑक्सीजन का उत्पादन चालू कराया गया है, जिससे 450 सिलिंडर की रिफिलिंग शुरू हो चुका है। इसी प्लांट से 450 सिलेंडर की रिफिलिंग शीघ्र ही शुरू कराने के लिए प्लांट का मेंटेनेंस कार्य तेजी से जारी है। वाराणसी में जन सामान्य होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के लिए भी तीन संस्थाओं के सहयोग से प्रशासन द्वारा लगभग 500 सिलेंडर प्रतिदिन उपलब्ध कराने की योजना को लागू कर दिया गया है। भविष्य में इसमें और सिलेंडर की बढ़ोतरी की जाएगी।

पीएम के दिशा-निर्देशन में वाराणसी शहर के सभी सरकारी अस्पतालों के परिसर में ही ऑक्सीजन जनरेशन के लिए प्लांट लगाया जा रहा है। कम्पनियों द्वारा उपलब्ध सीएसआर फंड से सभी जगहों पर प्लांट इंस्टाल करने की प्रक्रिया बहुत तेजी से चल रही है। आर्डर भी दे दिया गया है। एक महीने के अंदर सब चालू हो जाएगा। यह सभी प्रयास भविष्य के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए मील का पत्थर साबित होंगे।

कौशल राज शर्मा, डीएम