-सारनाथ से गायब आठ साल के बच्चे का जंसा में नदी किनारे मिला शव

-जमीन की खातिर चाचा ने ही की थी हत्या, गिरफ्तारी के बाद जुर्म किया कबूल

VARANAS

महज क्0 फीट जमीन के टुकड़े की खातिर चाचा ने अपने आठ साल के मासूम भतीजे को मौत दे दी। मामला भेसौड़ी सारनाथ का है। यहां से एक सप्ताह पहले रहस्यमय ढंग से लापता हुए करन कुमार मौर्या (8 वर्ष) का शव जंसा के भिटकुरी गांव में वरुणा नदी किनारे मिला। परिजनों ने करन के अपहरण की आशंका जताई थी। इस बीच रिश्ते में चाचा लगने वाले आकाश मौर्या उर्फ पंकज ने करन को सिर्फ क्0 फिट जमीन की खातिर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने आरोपी को अरेस्ट कर लिया है। सीओ कैंट राजकुमार के मुताबिक आरोपी चाचा आकाश ने अपना जुर्म कबूल करने के साथ ही उसने जिस जगह पर करन की हत्या की थी वहां ले जाकर भी घटना को लेकर पूरा वाकया खुद बताया। शव इस तरह से हो गया था कि उसे पहचानना मुश्किल हो रहा था लेकिन खोपड़ी के साथ बच्चे की चप्पल और कपड़े संग प्लास्टिक की वह बोरी भी मिली जिसमें शव को भर कर नदी किनारे ले जाकर दफन किया गया था। एहतियातन बच्चे के घर पर फोर्स लगा दी गई है। करन के माता पिता का आरोप है कि यदि पुलिस जरा भी सक्रिय रहती तो बेटे की जान बच जाती।

प्लैनिंग से किया काम

भेसौड़ी गांव के रहने वाले विजय कुमार मौर्या के दो बेटों में करन बड़ा था। छोटा भाई छह वर्ष का आयुष है। करन बीते आठ जून से घर से गायब था। इस बाबत उसके पिता ने सारनाथ थाने में तहरीर भी दी थी जिसमें उन्होंने अपने चचेरे भाई पंकज उर्फ आकाश मौर्या पर करन को गायब करने का शक जाहिर किया था। सारनाथ पुलिस ने आकाश से पूछताछ की तो वह पहले तो बरगलाता रहा। लेकिन जब पुलिस ने कड़ाई की तो वह टूट गया और वारदात के बाबत सारी जानकारी दे दी। कैंट सीओ के मुताबिक आरोपी ने बताया कि एक वर्ष पूर्व वह चहारदीवारी बनवा रहा था तो करन के पिता विजय ने विरोध किया था। उसी समय से उसने विजय को सबक सिखाने की ठानी थी। उसने कपसेठी के कलिकाधाम बाजार में चार माह पूर्व किराये पर एक कमरा लिया था और क्षेत्र के बारे में जानकारी भी हासिल की थी।

आठ जून को किया था अपहरण

आठ जून की सुबह नौ बजे करन अपने कपड़े की दुकान पर अकेला था। उसी दौरान आकाश उसके पास पहुंचा और करन से कलिका धाम चलने को कहा। यह भी बोला कि वहां देवी मां का दर्शन कराएंगे और बैट बाल भी दिलाएंगे। इस पर करन तैयार हो गया। बच्चे की मां नीतू ने बताया कि घटना के बाद जब वह सुबह क्0 बजे दुकान पहुंची तो करन ने बताया कि नहाने जा रहा है और उसके बाद चाचा आकाश के साथ बैट बॉल लेने जाएगा। इसके बाद करन लौटा नहीं। पूछताछ में गिरफ्तार चाचा ने बताया कि वह भतीजे को पहले कमरे पर ले गया और उसे खाना खिलाया। इसके बाद वरुणा नदी के किनारे सुनसान स्थान पर ले जाकर उसने करन की गला दबा कर हत्या कर दी। फिर उसके शव को बोरी में भर कर नदी किनारे दफन कर दिया था। पंकज की निशानदेही पर पुलिस ने वरुणा नदी से एक प्लास्टिक की बोरी, खोपड़ी, आसमानी रंग की जांघिया, हरे रंग की फुल शर्ट बरामद की है। करन के पिता व मां ने चप्पल व कपड़े को देख उसकी शिनाख्त की। मौके पर एसपीआरए, सीओ कैंट, एसओ जंसा तथा सारनाथ पुलिस मौजूद थी।

पक्का करने को होगा डीएनए टेस्ट

आकाश ने भले अपना गुनाह कबूल कर लिया है लेकिन पुलिस पुख्ता प्रमाण के लिए वैज्ञानिक जांच की मदद ले रही है। सीओ के मुताबिक खोपड़ी में दांत और पैर की दो हड्डी मिली है। इसे डीएनए जांच के लिए भेजा जा रहा है और माता-पिता के डीएनए से मैच कराया जायेगा। जांच का यह प्रमाण सजा दिलाने के लिए पर्याप्त होगा।

बाक्स-

तो आकाश को मिली अपने पाप की सजा

आकाश ने जिस दिन अपने भतीजे को मौत के घाट उतारा। उसके अगले दिन क्0 जून को उसकी पत्नी ने एक बच्चे को जन्म दिया लेकिन बच्चा मरा हुआ पैदा हुआ। आकाश ने यह भी कबूल किया कि उसने भतीजे की हत्या के लिए ही कमरा किराए पर लिया था। सड़क पर मौजूद क्0 फिट जमीन को लेकर वह इस कदर परेशान था कि भाई को सबक सिखाने के लिए भतीजे की जान ले ली।