वाराणसी (ब्यूरो)। सिगरा पुलिस ने पूर्वांचल के साड़ी व्यापारियों को करोड़ों रुपये का चूना लगाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के ठग को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। ये गिरोह वाराणसी और आसपास के जिलों के व्यापारियों से सैंपल के रूप में महंगी साडिय़ां लेता था और आर्डर का झांसा देकर उन्हें दिल्ली में बेच देता था। इसी तरह की ठगी से गिरोह ने पूर्वांचल के कई जिलों के व्यापारियों को करोड़ों की चपत लगाई है। पकड़ा गया राहुल ङ्क्षसह उर्फ अजय अरोड़ा ईस्ट दिल्ली की गीता कालोनी थाना के एसएफ न्यू लाहौर शास्त्री नगर गली निवासी है। वह वर्ष 2021 में सिगरा थाने में धोखाधड़ी समेत विभिन्न आरोपों में दर्ज 10 मामलों में वांछित था।
देते थे भुगतान का चेक
पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि दिल्ली का रहने वाला गगन सोनी अपनी पत्नी नीलम सोनी के साथ शहर में अलग-अलग नाम से साड़ी की गद्दी खोले था। दोनों साड़ी के बड़े व्यापारियों से नमूने के तौर पर महंगी साड़ी मंगवाते थे। इसके बाद कहते थे कि जिन्हें साडिय़ों को खरीदना है वे होटल में रुके हुए हैं। उनके पास नमूना भेज दिया गया है, जो साडिय़ां पसंद आएंगी, उसका भुगतान कर देंगे। साड़ी व्यापारियों को पति-पत्नी चेक व रसीद भी इस आशय से दे देते थे कि आपका भुगतान हो जाएगा।
दिल्ली में बेचते थे
इस तरह से पति-पत्नी ने करोड़ों रुपये मूल्य की साडिय़ां बनारस व पूर्वांचल के अन्य व्यापारियों से मुफ्त में ली और उसे दिल्ली में बेच कर पैसा बनाया। दंपती के साथ इस धोखाधड़ी में राजू गुप्ता, जसवीर कौर, विशाल शर्मा, संजीव पाठक व अंशु गुप्ता भी शामिल थे। फिलहाल सभी आरोपित जेल में हैं.
बिक्री में होता था हिस्सा
पूछताछ में राहुल ङ्क्षसह ने बताया कि वह गगन व उसकी पत्नी नीलम के कहने पर काम करने के लिए बनारस आया था। धोखाधड़ी कर साडिय़ों की जो बिक्री होती थी, उसमें से कुछ पैसा उसे दिया जाता था। इसके अलावा महीने में 15 हजार रुपये अतिरिक्त मिलते थे। राहुल ने बताया कि जब उसे गगन व नीलम के गिरोह की हकीकत का पता लगा तो वह वापस दिल्ली लौट गया था.