- शहरी विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने किया रमना कूड़ा डम्पिंग ग्राउंड का निरीक्षण

-दी चेतावनी, अप्रैल 2016 तक नहीं दिखना चाहिए कूड़ा

-पीएम के आगमन से पहले केन्द्र सरकार की योजनाओं का जायजा लेने पहुंचे बनारस

VARANASI

शहरी विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव प्रवीण प्रकाश शनिवार को शहर में थे। उन्होंने रमना डंपिंग ग्राउंड का निरीक्षण किया। बजबजाते कूड़े और उससे उठते धुएं को देख भड़क गए। मौजूद अधिकारियों को जमकर फटकार लगायी। चार दिन में वेस्ट मैनेजमेंट प्लान तैयार कर उसकी रिपोर्ट मांगी है। सख्त हिदायत दी कि अप्रैल ख्0क्म् तक यहां कूड़ा नहीं दिखना चाहिए। अगर ऐसा हुआ तो गंभीर परिणाम होगा।

योजनाओं की हकीकत जाना

शहरी विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव प्रवीण प्रकाश पीएम के आगमन से पहले केंद्र की योजनाओं की हकीकत जानने बनारस पहुंचे। सबसे पहले वह बीएचयू गए। इसके बाद रमना कूड़ा डंपिंग ग्राउंड के साथ ही सड़कों के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। रमना में निरीक्षण के दौरान उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि अप्रैल ख्0क्म् तक यहां कूड़ा नहीं दिखना चाहिए। अप्रैल के पहले हफ्ते में फिर निरीक्षण के लिए आएंगे। उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से वेस्ट मैनेजमेंट के लिए दिए गए दस करोड़ रुपये का हिसाब मांगा। अधिकारियों ने बताया कि करसड़ा का वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बंद होने के कारण रुपये बैंक में है। इस जवाब से संयुक्त सचिव नाखुश हुए।

कहा बैंक से रुपये निकालकर कूड़ा निस्तारण के लिए खर्च करिए।

कोशिश रही नाकाम

नगर निगम ने संयुक्त सचिव के निरीक्षण पर पहुंचने से पहले अपनी कमियों को छुपाने का लाख प्रयास किया। निगम जेसीवी और कूड़ा निस्तारण करने वाली गाडि़यों के जरिए कूड़े के ढेर को मिट्टी से ढंकने का प्रयास किया। कूडे़ से उठ रहे धुएं को बुझाने के लिए सुबह पानी भी डाला गया था। लेकिन हर कोशिश नाकाम रही। भगवानपुर के पास कूड़ा ढोने वाली दो गाडि़यां सड़क पर थीं। इनके ड्राइवर गायब था। इसके कारण वहां जाम लग गया। इसमें संयुक्त सचिव की कार भी फंस गयी। वह गाड़ी से उतरे और कूड़ा गाड़ी के पास पहुंच गए। इस पर नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों के पैर फूल गये। तत्काल ड्राइवर को खोज कर गाड़ी को हटवाया।

'स्मार्ट कैंपस' बनेगा बीएचयू

संयुक्त सचिव प्रवीण प्रकाश सुबह बीएचयू में अधिकारियों के साथ बैठक कर बताया कि बीएचयू को स्मार्ट कैंपस बनाया जाएगा। उन्होंने कैंपस में लैण्ड स्केपिंग और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए प्रपोजल तैयार करने को कहां है। कुलसचिव डॉ। के पी उपाध्याय ने स्वच्छता कार्यक्रम के बारे में बताया।

साथ ही कूड़ा निस्तारण के लिए किए गए प्रयास के बारे में जानकारी मांगी तो उन्हें जवाब नहीं मिला। इस पर वह सीएंडडीएस के अधिशासी अभियंता एके सिंह को जमकर लताड़ा और