वाराणसी (ब्यूरो)आगरा, गोवा, मसूरी, जयपुर नहीं, अब देशी-विदेशी पर्यटकों की पहली पसंद काशी बन चुकी हैयही वजह है कि औसतन हर दिन वाराणसी आने वाले पर्यटकों की संख्या 20 हजार से अधिक हैवाराणसी दौरे पर आए पीएम नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि अब सिंगापुर, लंदन नहीं, बल्कि देशी पर्यटक काशी घूमने के लिए आ रहे हैं, लेकिन नये साल पर जश्न मनाने के लिए अधिकतर बनारसियों ने मसूरी, गोवा का प्लान बनाया हैवहां जाने के लिए कई लोगों ने पहले से ही फ्लाइट और ट्रेनों की बुकिंग करा रखी हैशिमला व जम्मू जाने के लिए तत्काल प्लान बनाने वाले टूर एंड ट्रैवल्स एजेंसियों के चक्कर लगा रहे हैं

गोवा व जम्मू भी

नए साल पर पहाड़ों की बर्फबारी में नए साल का जश्न पूरी मस्ती के साथ मनता हैलोग मसूरी, शिमला जैसे स्थान पर नए साल का जश्न मनाने की तैयारी कर चुके हैंकई लोग गोवा और जम्मू भी जा रहे हैंटूर एंड ट्रेवल्स का काम करने वाले मोहम्मद शाहिद के मुताबिक इस साल लोग परिवार के साथ देहरादून, मसूरी, गोवा, जम्मू जाने के लिए गाडिय़ां बुक करा रहे हैंयहीं से वे इन स्थानों पर होटल भी बुक करा रहे हैं। 15 दिसंबर से सभी शहरों में होटल और कैब की बुकिंग को लेकर मारामारी है

जमकर हो रही बुकिंग

अधिकतर लोग परिवार के साथ बुकिंग करा रहे हैंकॉलेजों में पढऩे वाले ग्रुप भी इस बार नए साल के जश्न को लेकर दक्षिण और उत्तर की ओर की बुकिंग करा रहे हैंइसके अलावा कई कप्लस ने क्रिसमस डे के साथ थर्डी फस्र्ट तक गोवा का प्लान बनाया हैपिछले कई साल से गोवा व शिमला जाने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही हैकुछ कपल्स शिमला में थर्टी फस्र्ट और नया साल मसूरी में मनाएंगेअधिकतर ने पहले ही होटल बुक करा ली है.

होटल्स ने बढ़ाए रेट

टूर एंड ट्रैवल्स एजेंसी के मंजित शर्मा के मुताबिक नए साल पर मसूरी और गोवा लोगों की पहली पसंद हैमसूरी में नए साल के लिए किसी भी होटल में एक रूम 8 से दस हजार रुपये से कम का नहीं हैवहीं शिमला में भी एडवांस बुकिंग छह हजार रुपये से कम नहीं हैअधिकतर लोग अपने वाहनों से जाने की योजना बना रहे हैंइसके लिए वे टूर एंड ट्रेवल्स एजेंसियों के जरिए होटल बुकिंग करा रहे हैंअधिकतर बुकिंग में केवल टोकन मनी ही दी जा रही हैमौके पर पहुंचकर फुल पमेंट का करार किया जा रहा हैजान पहचान वालों को ही तव्वजों दी जा रही है

काशी में बढ़ा पर्यटन

काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद बनारस आने वाले पर्यटकों की संख्या में जबर्दस्त उछाल आया हैअगर आंकड़ों की बात करें तो बीते 2 वर्ष में ही धाम में आने वाले पर्यटकों की संख्या 13 करोड़ तक पहुंच गई हैइसमें दक्षिण भारतीयों की संख्या सबसे ज्यादा हैबनारस के प्रति दक्षिण का प्रेम देखते हुए नमो घाट पर काशी-तमिल संगमम-2 का आयोजन किया गया हैइतनी बड़ी संख्या में आने वाले पर्यटकों की वजह से जो सबसे बड़ा और सीधा असर बनारस पर हुआ है वह है यहां की अर्थव्यवस्थाअगर अर्थव्यवस्था की बात की जाए तो बनारस के अर्थशास्त्रियों की नजर में बनारस की अर्थव्यवस्था में धाम बनने के बाद से 10 गुना तक बढ़ोत्तरी हुई है

बनारस की बात अलग हैपूरी दुनिया में बनारस को ही मस्त मौला शहर कहा जाता है, लेकिन हर कोई चेंज चाहता हैजिस तरह बाहर से लोग यहां आते हैं तो हम जैसे लोग अन्य शहर जाते हैंवैसे मैंने तो मसूरी का प्लान बनाया है.

पीयूष मल्होत्रा

अभी मेरी इसी साल शादी हुई हैवाइफ की इच्छा है कि नये साल का जश्न पहाड़ पर मनाया जाए, तो इसलिए मसूरी और शिमला का प्लान बनाया हैविश्वनाथ धाम में हाजिरी, गंगा आरती और घाट घूमने हर हफ्ते जाते हैं.

अनुज मोटवानी

बनारस के कल्चर में जबर्दस्त बदलाव आया हैपहले टूर पर जाने वालों की संख्या कम थी, लेकिन पिछले दस साल में काफी चेंज आया हैनए साल पर न्यू कप्लस की पहली पसंद मसूरी और गोवा हैमसूरी में 20 से 25 बुकिंग तो मैंने ही कराई है

जयंत जायसवाल, टूर प्लानर

फ्लाइट व ट्रेनों में टिकट की मारामारी अक्सर रहती हैतत्काल प्लान बनाने वाले टैक्सी या ट्रैवलर से घूमने का प्लान बनाते हैंबड़ी संख्या में लोगों ने टैक्सी में दिल्ली से जम्मू-शिमला जाने की बुकिंग कराई है

मंजित शर्मा, ट्रैवल्स एजेंसी