- भेलूपुर बृजइंक्लेव में बंद मकान से युवती के शोर मचाने पर जुटा मजमा

-पुलिस ने पहुंचकर निकाला बाहर, जीजा छोड़कर गया था घर में, स्थानीय लोगों का आरोप, घर से होता था धंधा

VARANASI

प्लीज मुझे बचाओ, मैं यहां दो दिनों से बंद हूं। कोई तो मुझे बाहर निकालो। गुरुवार की सुबह भेलूपुर थाना क्षेत्र के बृजइंक्लेव में एक बंद मकान से ख्0 साल की युवती कुछ इसी तरह की आवाजें उस ओर से गुजरने वाले लोगों को देकर मदद की गुहार लगा रही थी। जिसके बाद क्षेत्रीय लोगों ने मकान की घेराबंदी कर पुलिस को बुलाया। मौके पर पहुंची पुलिस ने युवती को बंद मकान से बाहर निकालने के बाद उसमें किराए पर रह रहे दंपती को पकड़ा और थाने ले आई। स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस मकान में रात में कई लोग चार पहिया वाहनों से आते हैं और वहां देह व्यापार होता है। हालांकि पूछताछ में पता चला कि युवती को उसका जीजा छोड़कर गया था। पुलिस जीजा के आने का इंतजार कर रही है।

जांच है जारी

मकान से सुबह युवती की अचानक चीख सुनाई पड़ने पर लोग सकते में आ गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मकान में किराए पर रह रहे डॉक्टर अमरेंद्र कुमार को बुलाकर युवती को बाहर निकाला। इस बीच मौके पर जुटी भीड़ पटना में कार्यरत इस डॉक्टर व यहां अकेली रह रही उनकी पत्नी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही थी। भीड़ इस कदर आक्रोशित थी कि उसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठियां पटकनी पड़ी। पूछताछ में डॉक्टर ने बताया कि वह व उनकी पत्नी होली के एक दिन पहले तरना शिवपुर स्थित अपनी ससुराल गए थे। जाते समय वे इस मकान में एक कमरे में रह रहे कोलकाता निवासी नौकर राजू को चाभी देकर चले गए थे। साथ में उसकी बहन भी थी।

वेस्ट बंगाल की है रहने वाली

जबकि युवती ने पूछताछ में बताया कि वह मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल की रहने वाली है। उसका जीजा उसे वहां से दो महीने पहले लाया था। वह होली के एक दिन पहले उसे इस मकान में बंद करकेकोलकाता चला गया। जाते समय राजू शराब के नशे में था। सबेरे डर लगने पर युवती चिल्लाने लगी। भेलूपुर इंस्पेक्टर अजीत कुमार मिश्र ने बताया कि उसके जीजा को कोलकाता से बुलाया गया है। फिलहाल युवती को महिला संरक्षण गृह में रखा गया है।