-भोपाल, मुंबई और कोलकाता से आए नन्हें दिव्यांग

-नमस्ते और हेलो करने के बाद सुनाएंगे एबीसीडी

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पीएम नरेंद्र मोदी की 'मन की बात' फेमस है। मगर 22 जनवरी को बनारस में होने वाली मन की बात कुछ और खास होगी। क्योंकि इस बार मन की बात में न तो कोई समाज से परेशान होगा और न ही कोई सरकारी महकमे से। बल्कि इस बार जो मन की बात करेंगे वे होंगे नन्हें दिव्यांग। जो जन्म से बोलने में असहज थे, मगर एडिप योजना के तहत एक सर्जरी के बाद उन्हें बोलने का वरदान मिला। ये नन्हें दिव्यांग पीएम नरेंद्र मोदी को न सिर्फ फूल भेंट करेंगे बल्कि उन्हें नमस्ते, हेलो करने के बाद एबीसीडी भी सुनाएंगे। ये नन्हें दिव्यांग भोपाल, मुंबई और कोलकाता से आए हैं।

मिली आवाज तो खिल उठा बचपन

देश के ऐसे पांच दिव्यांग, जिन्हें काकलियर इंप्लांट के जरिए बोलने का वरदान मिला, वे शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी से मन की बात करेंगे। इन पांच दिव्यांगों में मुंबई के अशोक रनसौर, सारा शेख, भोपाल के प्रवीन कुमार, विद्या श्री और कोलकाता की रीमा मजुमदार हैं। इन सभी की उम्र तीन साल से 6 साल के बीच है। इन पांचों दिव्यांगों की सर्जरी पिछले एक साल के अंतराल में हुई है। ये पांचों दिव्यांग अपने पेरेंट्स/गार्जियन के साथ बनारस आए हैं। इनके पैरेंट्स का कहना है कि आवाज मिलने के बाद इनका बचपन खिल उठा है। पहले ये सिर्फ रोते थे और परेशान रहते थे। मगर अब खिलखिलाते हैं।

बोलने की दी गई है ट्रेनिंग

सुनने में असमर्थ बच्चों में बोलने की क्षमता भी नहीं रहती है। ऐसे में इन दिव्यांगों का काकलियर इंप्लांट के बाद बोलना सिखाया गया। अब धीरे-धीरे ये बच्चे बोल रहे हैं। पीएम के प्रोग्राम के तहत भी इन बच्चों को बोलने की ट्रेनिंग दी गई है। इन बच्चों को एक सामाजिक संस्था की ओर से ट्रेनिंग दी जा रही है। इन बच्चों ने गुरुवार को मंच पर रिहर्सल भी किया। इन बच्चों से केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत ने भी स्पेशल मुलाकात की।