-लगातार बोतल से दूध पीने वाले बच्चों में बढ़ रही कैविटी की समस्या

-ओपीडी में आने वाले 50 फीसदी बच्चें नर्सिग बॉटल कैरिज के शिकार

अगर आपका बच्चा मां के दूध के बजाए या बढ़ती उम्र में लगातार बोतल से दूध पी रहा है तो सावधान हो जायें। यह बच्चे के दांतों के लिए खतरनाक है। जो बच्चे हमेशा बोतल से दूध को मुंह में लगाए सो जाते है वे नर्सिग बॉटल कैरिज की गिरफ्त में आ सकते हैं। यह एक तरह से कैविटीज जैसी समस्या है। चिकित्सकों की मानें तो 6 माह से ज्यादा के बच्चों में यह समस्या आम बात हो गई है। डेंटल केयर और अस्पतालों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं।

45 फीसदी बच्चे प्रभावित

हॉस्पिटल्स के डेंटल व चिल्ड्रेन ओपीडी में बॉटल कैरिज से पीडि़त बच्चों की संख्या बढ़ रही है। सरकारी हॉस्पिटल्स की ओपीडी के आंकड़ों के मुताबिक यहां आने वाले करीब 50 फीसदी बच्चों में यह समस्या आ रही हे।

बिगड़ जाता है आक्लूजन

कैविटीज होने पर नीचे के दांत तो बच जाते हैं। लेकिन ऊपर के चार से पांच दांत खराब हो जाते हैं। इससे दांतों का कुदरती अरेंजमेंट जिसे आक्लूजन कहते वह बिगड़ जाता है। इसमें दांत उबड़ खाबड़ हो जाते हैं। इस दौरान सफाई न होने से ये सड़ने लगते हैं।

क्या कहते हैं डॉक्टर

ज्यादा देर तक मुंह में बोतल रखने से दांतों में दूध की परत जमने लगती है। जिससे बच्चे का दांत कैरिज का शिकार हो जाता है। कैरिज की समस्या सबसे पहले बच्चों के आगे के दांत होती है। जो धीरे-धीर अन्य दांतों को भी चपेट में ले लेती है।

डॉ। अमर अनुपम, ओरल एंड डेंटल केयर

ऐसी समस्या उन बच्चों में ज्यादा आ रही है जो मां के ब्रेस्ट फीडिंग के बजाए बॉटल फीडिंग करते हैं। पहले तो इससे बच्चों के दांत ठीक से डेवलप नहीं हो पाता और जब होता है तो उसमें कैविटी की समस्या आने लगती है।

डॉ। चंद्र प्रकाश गुप्ता, पिडियाट्रिक्स मंडलीय अस्पताल

बच्चों को लगातार बोतल का दूध देने से उनमें सिर्फ कैरिज ही नहीं इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है। बॉटल में लगे प्लास्टिक के निप्पल से कई सारे संक्रमण दांतों से होते हुए शरीर के अंदर प्रवेश कर जाते हैं। जिससे बच्चें कई बीमारियों से घिर जाते है।

डॉ। संजय चौरसिया, पिडियाट्रिक्स, पीएमएस हॉस्पिटल