-परिषदीय स्कूल के टीचर्स को 'शिक्षा ग्रह app' डाउनलोड करने का निर्देश

--BEO ने एप डाउनलोड न करने पर वेतन रोकने की दी warning

VARANASI

परिषदीय स्कूल्स में शिक्षा की क्वालिटी सुधारने के लिए गवर्नमेंट की ओर से लगातार नये-नये प्रयोग किये जा रहे हैं। इसी क्रम में अब 'शिक्षाग्रह' योजना शुरू की गई है। टीचर्स को स्मार्ट मोबाइल फोन पर 'शिक्षा ग्रह एप' डाउनलोड करने का ऑर्डर जारी किया गया है। खंड शिक्षा अधिकारी बीईओ ने टीचर्स को 'शिक्षा ग्रह एप' डाउनलोड न करने पर सेलरी रोकने तक की वार्निग दी है। वहीं इस नये फरमान से टीचर्स में रोष भी है।

उठने लगी हैं आवाजें

वहीं इस 'एप' पर टीचर्स का कहना कि इसके लिए उन्हें पहले स्मार्ट फोन देना चाहिए। फिर 'एप' डाउनलोड करने के लिए दबाव बनाना उचित होगा। वहीं रूरल एरिया के टीचर्स का कहना है कि बिजली सप्लाई अनियमित रहने के कारण सामान्य मोबाइल फोन चार्ज नहीं हो पा रहा है। ऐसे में स्मार्ट फोन चार्ज करना और मुश्किल होगा। इसकी बैटरी के जल्द खत्म होने की संभावना बनी रहती है। मोबाइल फोन का स्विच ऑफ मिलने पर कई टीचर्स पर कार्रवाई भी हो चुकी है।

388 ने किया download

स्मार्ट मोबाइल फोन नहीं होने को लेकर चल रहे विरोध के बावजूद काफी संख्या में टीचर्स ने 'एप' को डाउनलोड करना शुरू कर दिया है। अब तक फ्88 टीचर्स ने 'एप' डाउनलोड कर लिया है। हालांकि डिस्ट्रिक्ट में टीचर्स की संख्या लगभग आठ हजार से अधिक है।

क्या है शिक्षा ग्रह

'शिक्षा ग्रह' योजना के अंतर्गत सॉफ्टवेयर के माध्यम से डिस्ट्रिक्ट के सभी परिषदीय स्कूल्स के बच्चों व टीचर्स की अलग-अलग प्रोफाइल कंप्यूटर में अपलोड की गई है। इसके लिए बीएसए ऑफिस में कंट्रोल रूम बनाया गया है। साथ ही दो हेल्पलाइन नंबर्स भी जारी किए गए हैं। हेल्पलाइन नंबर्स के माध्यम से टीचर्स को अब छुट्टी की भी आनलाइन सूचना देनी है। कंट्रोल रूम से इसकी डेली मॉनीटरिंग भी की जा रही है।

एप को डाउनलोड करने से टीचर्स को ही उसका लाभ मिलेगा। खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि वह अधिक से अधिक टीचर्स से एप डाउनलोड कराएं।

हरिकेश यादव

बीएसए