-रामकटोरा में जर्जर बारजे पर उत्पात मचा रहे बंदरों के कारण नीचे मौजूद युवक पर गिरा बारजा

-हॉस्पिटल पहुंचने से पहले ही घायल युवक ने तोड़ दिया दम

VARANASI

बाबा भोलेनाथ की नगरी काशी में बंदरों के हाथ एक बार फिर खून से लाल हुए। इस बार बंदरों पर एक युवक की जान लेने का आरोप लगा है। घटना गुरुवार दोपहर बाद रामकटोरा एरिया में हुई। यहां एक दुकान के बाहर मोबाइल पर बात कर रहे अजय कुमार पर जर्जर बारजा आ गिरा। जिससे उसकी मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जर्जर बारजे पर बंदर उत्पात मचा रहे थे। जिसके कारण बारजा नीचे आ गिरा। युवक की मौत होने की खबर मिलते ही उसके घर पर कोहराम मच गया।

फोन से बात करते आया था बाहर

जैतपुरा थाना क्षेत्र के रसूलपुरा (बड़ी बाजार) निवासी अजय कुमार (क्8 वर्ष) प्राइवेट सफाईकर्मी का काम करता था। गुरुवार को वो रामकटोरा में अपने दोस्त रवि से मिलने के लिए एक मोबाइल फोन की दुकान पर गया था। लोगों ने बताया कि रवि और अजय बात कर ही रहे थे कि इसी बीच अजय का फोन बजा और वो फोन लेकर दुकान से बाहर निकल गया। जिस स्थान पर खड़े होकर अजय बात कर रहा था वहां ऊपर से बालू व मिट्टी गिर रही थी। सिर पर कुछ गिरने का अंदाजा होने पर जैसे ही वह फोन से बात करते हुए ऊपर देखा कि पूरा बारजा उसके सिर पर आ गिरा। हादसे के बाद वहां अफरा तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने मलबे में दबे अजय को बाहर निकालने के बाद मंडलीय अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। लोगों ने बताया कि बंदर बारजे की छड़ को हिला रहे थे। इसी बीच जर्जर बारजा नीचे आ गिरा।

दर्द में डूबा परिवार

अजय की मौत होने की खबर उसके घर पहुंचते ही लोग दर्द में डूब गए। मृतक छह भाई व दो बहनों में चौथे नंबर पर था। उसके पिता विरेंद्र कुमार भी सफाई का काम करते हैं।

पहले भी बंदर ले चुके हैं जान

-बंदरों ने इससे पहले विश्वनाथ गली में एक जर्जर मकान का बारजा गिराया था।

- हादसे में एक वृद्धा की मौत हो गई थी।

- फरवरी ख्0क्म् में बंदर ने मैदागिन स्थित एक स्कूल में क्भ् साल की छात्रा पर ईट गिरा दी थी।

- दिसम्बर ख्0क्भ् में सिगरा क्षेत्र में बंदर से बचने में चार साल का बच्चा छत से गिर गया था।

- चार दिन इलाज के बाद उसने दम तोड़ दिया था।

- दो साल पहले पानदरीबा में बंदरों के आतंक से मंदिर का गुम्बद एक युवक पर गिरने से उसकी मौत हुई थी।

- अर्दली बाजार में बंदरों के कारण एक वृद्ध छत से गिर पड़ा था। उनकी भी इलाज के दौरान मौत हो गई थी।

पूरे शहर में है इनका आतंक

इन दिनों बंदरों के उत्पात से शहर का हर इलाका परेशान है। सिगरा के गांधीनगर, कस्तूरबानगर, सोनिया, दुर्गाकुंड, कबीरनगर, साकेतनगर, महमूरगंज के शिवाजी नगर, निरालानगर, शील नगर कॉलोनी समेत वरुणा पार के कई इलाकों में बंदरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। इसके बाद भी नगर निगम नहीं चेत रहा है।

आये थे मंकी कैचर्स लेकिन

पिछले दिनों बंदरों पर लगाम लगाने के लिए नगर निगम ने एक अच्छी कवायद शुरू की थी। बंदरों को पकड़ने के लिए मथुरा से मंकी कैचर्स की टीम को बुलाया गया था। इन मंकी कैचर्स ने ख्00 से ज्यादा बंदरों को पिंजड़ों में पकड़कर चंदौली ले जाकर जंगलों में छोड़ा था। इसके बाद कुछ दिनों तक तो बंदरों के आतंक से लोगों को राहत मिली लेकिन एक बार फिर बंदरों ने अपने उत्पात से लोगों को परेशान कर दिया है।