वाराणसी (ब्यूरो)। बनारस के कई हिस्सों में सावन के सेकंड सोमवार के चलते फल के दाम में उछाल रहा। त्योहारी सीजन में फलों और सब्जियों की कीमतें आसमान छूने लगी हैं। खासकर हरी सब्जियों के दाम में तो पिछले एक हफ्ते से जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है। फलों और सब्जियों के बढ़ते दाम ने हर घर के बजट को बिगाड़ दिया है। जबकि, थोक मंडियों में फल और सब्जियों की कीमतें थोड़ी ही महंगी हैं। भिंडी, परवल, खीरा, करैला, तोरई समेत कई और सब्जियां भी रुला रही हैं। वहीं, सेब, केला, अनार, अमरूद, पानी वाला नारियल और आम की कीमतें भी बढ़ गई हैं.
मनमाने कीमत पर सेल
मानसून की हल्की-फुल्की बारिश क्या हुई कि फुटकर फल विक्रेताओं को बढिय़ा बहाना मिल गया। बारिश के नाम पर फसलों को खराब होने का हवाला देकर पब्लिक को मनमाने कीमतों पर सब्जी और फल बेचा जा रहा है। सब्जी मंडियों में आलू 25 से 30 और प्याज 30 रुपए किलो तक बिक रहा है। शिमला मिर्च मंडी 100-150 रुपए और फुटकर दुकानों में 150-200 रुपए प्रति किलो मिल रहा। जबकि, टमाटर 40 और कहीं-कहीं तो 45 रुपए में तक में बेचा जा रहा है। सावन का स्पाइसी परवल भी अर्धशतक लगा बैठा है.
थोक-फुटकर में काफी अंतर
फलों की बात करें तो फुटकर और थोक बाजार के रेट में बहुत अंतर है। सावन के चलते हर लोकल सब्जी-फल मार्केट में तकरीबन दोगुने रेट पर पब्लिक को खरीदारी करनी पड़ रही है। पहडिय़ा मंडी में चौसा आम 64 रुपए किलो, सुंदरपुर में 75 रुपए और फुटकर दुकानों व ठेलों पर 120-130 रुपए किलो तक बिक रहा है। ठेले पर फल बेचने वाले व्यवसायी नाथू का कहना है कि मंडी से आने वाली पेटी में कई आम सड़े निकल जाते हैं। इसलिए आम को बढ़ाकर दामों में बेचा जा रहा है। कई बार तो नुकसान भी उठाना पड़ा है.
सब्जी-पहले-अब
आलू 25-30
टमाटर-40-45
तोरई-30-40
भिंडी-30-35
करैला-40-50
खीरा-25-30
परवल-40-50
प्याज-25-30
पालक-40-50
फल
सेब-110-130
अमरूद-60-65
नाशपाती-55-60
नारियल-40-50
डब नारियल-55-60
केला-45-50 (प्रति दर्जन)
संतरा-60-70
आम-110-130
अनार-120-130
(नोट: दाम रुपये प्रति किलो)
बारिश से सब्जी और फलों की फसलों नुकसान पहुंचता है। मंडी से खरीदारी के बाद खुदरा बिक्री में के रेट में थोड़ा बहुत अंतर होना चाहिए। लेकिन फल व सब्जियों के दाम को डेढ़ या दोगुना पर बेचना गलत है। ऐसे विक्रेताओं को चिंहित कर इनपर धोखाधड़ी की कार्रवाई की जानी चाहिए। ताकि, ये भविष्य में गलती न दोहरा सकें.
धीरज मौर्य, फल व्यापारी, चंदुआ सट्टïी