वाराणसी (ब्यूरो)। नगर निगम राजस्व के लिए कई सार्थक कदम उठा रहा है, जिस कड़ी में शहर के अंदर गुमनाम भवनों की तलाश पूरी करते हुए उनसे टैक्स असेसमेंट करते हुए हाउस टैक्स लेने का प्लान बना रहा है। इस दौरान नगर निगम प्रशासन द्वारा शहर के नये नगरीय निकाय सीमा में शामिल हुए भवनों का भी सर्वे करवाया जा रहा है। इन भवनो को सर्वे करने के बाद सबंधित जोनल अधिकारियों को टैक्स असेसमेंट करते हुए उन पर हाउस टैक्स लागू करने के लिए नगर निगम प्रशासन के द्वारा आदेश भी जारी कर दिया गया है। इस दौरान नगर निगम प्रशासन द्वारा शहर के अंदर 35 हजार से ज्यादा भवनों की लिस्टिंग की गई है और अब इनके ऊपर हाउस टैक्स को लागू किया जा रहा है.
नए विस्तार का किया जा रहा है सर्वे
नगर निगम प्रशासन द्वारा टैक्स को बढ़ाने के लिए शहरी विस्तार के तहत मिले हुए नये 84 गांवों में अभी सर्वे का काम किया जा रहा है। इस दौरान भेलपूुर और दशाश्वमेध जोन के जोनल अधिकारी अपने टैक्स इंस्पेक्टर द्वारा लगातार प्रत्येक भवन का टैक्स असेसमेंट कर रहे हैं। इसके बाद इन भवनो की लिस्टिगं करने के बाद इन्हे हाउस टैक्स जमा करने के लिए बिल भेजने की कवायद शुरू हो जायेगी.
35 हजार मिले नए मकान
नगर निगम प्रशासन द्वारा शहर के अदंर आखिरी बार सभी भवनों की काउंटिंग और टैक्स असेसमेंट का वर्क कोविड काल के पहले 2019 में किया गया था। इसके बाद इस वर्ष पूरे शहर के अंदर प्रत्येक जोनल की मदद से हाउस काउंटिंग करवाई जिनमें 35 हजार मकानों की सूची मिली है, जोकि पिछली सूची से अलग है। अब नगर प्रशासन द्वारा इनका भी टैक्स असेसमेंट करवाया जा रहा है। इस बारे में मुख्य कर निर्धारण अधिकारी का कहना है कि इन भवनों पर इनकी कैटेगरी के अनुसार टैक्स लगाने के बाद नगर निगम को कम से कम सालाना 10 से 12 करोड़ की अधिक आय मिलेगी.
1 लाख से अधिक हो जायेगी प्रापर्टी
नगर निगम प्रशासन के द्वारा दोनो कैटेगरी के मकानो के सर्वे करने के बाद 1 लाख से अधिक मकानो की संख्या हो जायेगी। इससे नगर निगम प्रशासन को सलाना 15 करोड़ रूपये से ज्यादा का रेवेन्यू हासिल होगा। इतनी भारी भरकम रेवेन्यू को हासिल करने के लिए नगर निगम प्रशासन के द्वारा सभी हथकंडे अपनाने शुरू कर दिए गए है.
एक नजर नगर निगम के भवनों की
जोन-पुराने भवन-नए भवन
आदमपुर-11542-3200
कोतवाली-4045-2950
दशाश्वमेध-8621-7562
भेलूपुर-11204-9260
वरुणापार-18204-12360
कुल-53616-35332
कोरोना काल के बाद नए भवनों का फिर से सर्वे करवाया गया है। इसी के साथ नए 84 गांवों का भी सर्वे करवाया जा रहा है। सर्वे के बाद हाउस टैक्स हासिल करने के लिए इन्हें बिल भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी.
प्रदीप कुमार मिश्रा, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी, नगर निगम