कबीरचौरा में नगीना की हुई हत्या में वकील समेत पांच नामजद, पुलिस ने एक आरोपी को भेजा जेल

वकील को उठाने के विरोध में चौक थाने पर अधिवक्ताओं ने किया प्रदर्शन

VARANASI

मकान के विवाद में रविवार की देर रात कबीरचौरा के नगीना यादव (ख्ब्) की हुई हत्या में उसके बड़े भाई घनश्याम यादव की तहरीर पर चौक पुलिस ने हत्या व साजिश रचने का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने इस मामले में वकील संकठा सिंह, उनके भतीजे आशु सिंह सहित अमित यादव उर्फ मोनू यादव व अमित सेठ को नामजद किया है। वहीं हत्या से गुस्साये परिजनों का गुस्सा सोमवार को फूट पड़ा। पोस्टमार्टम के बाद मिले नगीना के शव को उन्होंने पिपलानी तिराहे के पास रोड पर रखकर चक्काजाम कर दिया। वे हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। दस मिनट तक चला चक्काजाम सीओ के आश्वासन पर समाप्त हुआ। इसके बाद परिजन शव को दाहसंस्कार के लिए ले गए।

थाने पर भी हंगामा

वहीं इस कांड में पुलिस के आरोपी वकील संकठा सिंह को हिरासत में लेते ही ख्0 की संख्या में पहुंचे वकीलों ने चौक थाने पर प्रदर्शन किया। वकीलों के दबाव में पुलिस ने संकठा सिंह को छोड़ दिया और उसके बेटे राजीव सिंह को बैठा लिया। वकीलों ने इसका भी विरोध किया। चौक पुलिस ने हत्या के इस मामले में गिरफ्तार बड़ी पियरी निवासी अमित यादव उर्फ मोनू यादव को जेल भेज दिया। उसे घटना के बाद ही पब्लिक ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था। इस वारदात के पीछे पिपलानी कटरा क्षेत्र में स्थित एक मकान का विवाद बताया जा रहा है। इस विवाद को लेकर नगीना के परिवार वालों व संकठा सिंह में मुकदमा भी चल रहा है। पीडि़त पक्ष का कहना है कि विवादित मकान के कुछ हिस्से पर उनका कब्जा है और विपक्षी उन्हें बेदखल करना चाहते हैं। इसी को लेकर खार खाए आरोपियों ने नगीना को रास्ते से हटाने के लिए इस घटना को अंजाम दिया है।

लगाई गई एक टीम

बता दें कि रविवार रात करीब साढ़े क्क् बजे शराब पीने के दौरान नगीना की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मौके से पुलिस को एक खोखा कारतूस भी मिला था। वारदात को अंजाम देने के बाद दो शूटर तो भाग निकले लेकिन मोनू पकड़ लिया गया था। शूटरों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की एक टीम भदोही में छापेमारी कर रही है।