-बनारस आए फिल्म एक्टर नील नितिन मुकेश ने कहा अब बड़े और छोटे पर्दे में कोई अंतर नहीं

-काशी से है पिता का अलग लगाव, आने से पहले एक घंटे बताया यहां के बारे में

-आर्टिफिशियल एक्सरसाइज से बनती है खोखली बॉडी

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मुकेश का पोता हूं। टैलेंट तो होगा ही। एक्टिंग का सपना पूरा हो गया है। अब सिंगिंग में किस्मत आजमाना है। यह बात बनारस आए बॉलीवुड एक्टर 'वजीर' नील नितिन मुकेश ने कहा। एक जिम के उद्घाटन करने शहर आए नील नितिन मुकेश ने आई नेक्स्ट के साथ अपनी लाइफ की फिल्मी और पर्सनल बातें शेयर की। नील ने कहा कि अपनी यादाश्त में पहली बार काशी आया हूं। मगर मेरे पिता नितिन मुकेश को काशी से बड़ा लगाव है। जब उन्हें पता चला कि मैं काशी जा रहा हूं तो उन्होंने एक घंटे तक मुझे फोन पर यहां की विशेषता बताने के साथ मंदिर दर्शन करने को कहा। नील ने कहा कि मैं एक्टिंग पैशन के लिए करता हूं न कि पैसे के लिए। इस कारण मैं गिन-चुन कर स्टोरी पसंद आने पर फिल्म साइन करता हूं।

जल्द होगी हॉबी पूरी

फिल्म इंडस्ट्री में लगातार निगेटिव रोल अदा कर रहे नील ने कहा कि हीरो तभी होता है, जब विलेन होता है। फिल्म में किरदार दमदार होता है न कि हीरो और विलेन। ऐसी कई फिल्में हैं, जिसमें विलेन को ही सराहना मिली। फिर मैं एक्टर हूं, रोल हीरो का हो या विलेन का, कोई फर्क नहीं पड़ता। नील ने कहा कि एक्टिंग मेरा पैशन है और सिंगिंग मेरी हॉबी। पैशन पूरा हो रहा है। जल्द हॉबी भी पूरी हो जाएगी। मेरे छह गाने रिकॉर्ड हो चुके हैं जो जल्द आपके बीच होंगे।

काशी में लव स्टोरी पर फिल्म अच्छी बनेगी

छोटे पर्दे पर बड़े-बड़े कलाकार नजर आ रहे हैं। इस सवाल के जवाब में नील ने कहा कि अब छोटा या बड़ा पर्दा नहीं है क्योंकि छोटा पर्दा भी अब जनता का पसंदीदा है। काशी में फिल्म बनाने के सवाल पर नील ने कहा कि मौका मिला तो जरूर बनाऊंगा। यहां पौराणिक या एक्शन नहीं लव स्टोरी अच्छी बनेगी। फिलहाल अभी वेब सिरीज की तैयारी कर रहे हैं। बनारस पहलवान और अखाड़ों का शहर है, यहां जिम का उद्घाटन करने आए हैं, युवाओं को क्या कहना चाहेंगे के सवाल पर नील ने कहा कि एक्सरसाइज जरूरी है, मगर डाइट भी। घर का खाना स्वादिष्ट के साथ सेहतदायक होता है। सिर्फ आर्टिफिशियल के भरोसे रहेंगे तो सिर्फ खोखली बॉडी बनेगी।