-ऑनलाइन पढ़ाई न करने वाले स्टूडेंट्स के पैरेंट्स को होमवर्क स्कूल से दिया जाएगा

-स्टूडेंट्स के लिए अभी स्कूल रहेगा बंद

स्कूल्स स्टूडेंट्स के लिए 21 सितंबर से स्कूल खुलने वाले थे। लेकिन कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्कूल नहीं खुले। पर पैरेंट्स के लिए स्कूल खुले रहेंगे। ऐसे स्टूडेंट्स जिनके पास ऑनलाइन क्लासेस के कोई संसाधन नहीं हैं उनके पैरेंट्स को सप्ताह में अपने बच्चों का होमवर्क लेने के लिए स्कूल जाना होगा। घर में जो भी पढ़ा लिखा हो जैसे माता-पिता, चाचा-चाची, भाई-बहन वह इस बीच स्कूल आ सकेंगे।

ऑनलाइन नहीं हो पा रही थी पढ़ाई

बेसिक स्कूल्स में वैसे तो अप्रैल से वाट्सएप, टीवी व अन्य माध्यमों से पढ़ाई के प्रयास हो रहे हैं लेकिन संसाधनों के अभाव में इन्हें ऑनलाइन शिक्षा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने बीएसए को मिशन प्रेरणा की ई-पाठशाला के सेकेंड फेज का जो शेड्यूल भेजा है उसमें बच्चों के स्थान पर गाíजयंस के माध्यम से शिक्षण सामग्री भेजने, होमवर्क कराने और इसे पूरा कराकर स्कूल लाने की जिम्मेदारी सौंप दी है। इसके पीछे बच्चों को कोविड 19 के संक्रमण से बचाना है।

एक घंटे में सिर्फ 10 गाíजयन

बीएसए ऑफिस में पहुंचे आर्डर के अनुसार ऐसे गाíजयंस जो वाट्सएप से नहीं जुड़े हैं, उन फेमिली में पढ़े-लिखे मेंबर्स को सप्ताह में एक दिन स्कूल बुलाया जाएगा। उन्हें पूरे वीक की शैक्षिक कार्ययोजना व कोर्स के बारे में जानकारी दे दी जाएगी। सोशल डिस्टेंसिंग एवं कोविड 19 के प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए हर घंटे 10 गाíजयंस को बुलाया जाएगा। टीचर्स से कहा गया है कि जब गाíजयंस स्कूल आएं तो उन्हें हर वह बात समझाने का प्रयास करें। जिससे स्टूडेंट्स की पढ़ाई हो सके और वे होमवर्क पूरा कर सकें।

पैरेंट्स ले जाएंगे स्टडी मैटेरियल

स्टूडेंट्स को खुद सीखने के लिए गाíजयंस के माध्यम से उन्हें प्रेरित किया जाएगा। सरकार की ओर से स्टूडेंट्स को बुक्स, वर्कबुक, कॉपी आदि उपलब्ध कराया जा चुका है। इसके बावजूद गाíजयंस से बातचीत कर जिन बच्चों को शैक्षणिक सामग्री जैसे बुक्स, वर्कबुक व अन्य गतिविधियों से जुड़ी सामग्री आदि साझा की जाएगी। जो वाट्सएप पर हैं उन्हें विशेष वीडियो भी उपलब्ध कराए जाएंगे।

हर दिन होगी ऑनलाइन समीक्षा

एबीएसए, एकेडमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी), शिक्षक संकुल आदि के लेवल से हर दिन स्कूल्स की समीक्षा की जाएगी। सप्ताह में एक बार ऑनलाइन समीक्षा मीटिंग होगी। बीएसए राकेश सिंह ने बताया कि आदेश का पूरी तरह पालन कराया जाएगा। बताया कि जो निर्देश पहले से मिले हैं, उसी के अनुसार शैक्षिक व्यवस्था चल रही है।