- जीयो सर्वे से मिली जानकारी, होगी गृहकर वसूली

-नगर निगम प्रशासन ने संबंधित मकान मालिकों को दिया नोटिस

नगरीय सीमा में 58 हजार मकान बढ़ गए हैं। इनकी जानकारी जीआइएस सर्वे से संभव हुई है। इन मकानों की ऑनलाइन मै¨पग हुई है। सर्वे अभी जारी है जिससे मकानों की संख्या में और इजाफा होने की उम्मीद है। फिलहाल, नगर निगम इन बढ़े मकानों से गृहकर वसूलने की तैयारी कर रहा है। संबंधित भवन स्वामियों को दस्तावेज के साथ नगर निगम कार्यालय में उपस्थित होने के लिए नोटिस दिया गया है। अनुमान है कि गृहकर के तौर पर बढ़े मकानों से 50 करोड़ तक राजस्व की प्राप्ति हो सकती है। हैदराबाद की कंपनी के सहयोग से नगर निगम प्रशासन जीआइएस (जियोग्राफिकल इंटीग्रेटेड सिस्टम) सर्वे करा रहा है। इसके लिए दोनों के बीच 13 करोड़ का करार हुआ। कंपनी को नौ माह में नगरीय सीमा में सर्वे करना है, जिसमें शहरी क्षेत्र के भवनों का खाका तैयार करते हुए सीवर लाइन, रोड, स्ट्रीट लाइट, पेयजल लाइन व हाउस टैक्स की जोनवार पड़ताल के आय को बढ़ाना था। कंपनी ने 30 सितंबर तक सर्वे में 58 हजार नए भवनों को चिन्हित किया है। कंपनी को 31 दिसंबर तक सर्वे कर लेना है।

कई मकानों के मालिक का पता नहीं

अभी तक नगरीय सीमा में कुल दो लाख, दो हजार, 169 भवन थे जो सर्वे के बाद दो लाख, 60 हजार हो गए हैं। मुख्य कर निर्धारण अधिकारी पीके द्विवेदी का कहना है कि इस सेटेलाइट आधारित सर्वे से नगर निगम की आय में निश्चित तौर पर वृद्धि होगी। नगर निगम के एक-एक भवन की पड़ताल होने से असल स्थिति का भी पता चल रहा है जिसमें व्यवसायिक और आवासीय भवनों को अलग-अलग किया गया है। जीआइएस सर्वे में ऐसे भी भवन मिले हैं जो बंद हैं। भवन स्वामी यहां नहीं रहते। पड़ोसियों को भी उनके बारे में जानकारी नहीं है। ऐसे लापता भवन स्वामियों की संख्या 2138 है। ऐसे भवनों पर नगर निगम प्रशासन की ओर से नोटिस चस्पा कर दी गई है। साथ ही जिला प्रशासन को सूचित कर स्थानीय पुलिस प्रशासन से भी पता लगाने की कवायद हो रही है। इसमें सर्वाधिक वरुणापार जोन के मकान हैं। नोटिस गृहकर जमा करने के लिए चस्पा किया गया है।