वाराणसी (ब्यूरो)। दुनिया की सबसे प्राचीन नगरी काशी अब हाईटेक हो चुकी है। मार्च 2021 से पहले और अब में काफी बदलाव भी आया है। कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने के बाद शहर की पुलिस ही नहीं, बल्कि थाना भी पॉवरफुल हो गया है। महिला उत्पीडऩ के साथ साइबर फ्राड की शिकायतों को लेकर अब पीडि़़त महिला या पुरुष को अब कलेक्ट्रेट या पुलिस लाइन जाने की जरूरत नहीं होती है। महिला उत्पीडऩ या साइबर क्राइम का मामला हो, अब थाना पर ही इन शिकायतों का निस्तारण हो जाता है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने कमिश्नरेट के चेतगंज और सिगरा थानों की पड़ताल की तो हाईटेक थानों की तस्वीर सामने आई। आइए आप भी जानिए कि थानों पर क्या नया हुआ है.
अब यहां भी साइबर हेल्प डेस्क
तेजी से बदलते दौर में क्रिमिनल के साथ साइबर अपराधी भी कमिश्नरेट पुलिस को हर दिन नई-नई चुनौती दे रहे हैं। चोरी, लूट, हत्या, स्नैचिंग, छेड़छाड़, अपहरण जैसी आपराधिक वारदात पहले से कम हो गई, लेकिन साइबर अपराध का ग्राफ दिन-ब-दिन बढ़ रहा है। अभी तक साइबर ठगी की घटना होने पर पीडि़त को साइबर थाना सारनाथ या पुलिस लाइन स्थित साइबर सेल जाना पड़ता था। ऐसी स्थिति में काफी देर हो जाती थी और तब तक साइबर अपराधी पुलिस की पकड़ से दूर हो जाता था। साइबर क्राइम पर त्वरित कार्रवाई के लिए पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने 14 अप्रैल से थाना स्तर पर ही साइबर हेल्प डेस्क शुरू करा दिया है। पड़ताल के दौरान चेतगंत थाना में पिछले एक महीने में साइबर से जुड़ी करीब 5 शिकायतें पहुंची, जिसका साइबर हेल्प डेस्क ने तत्काल निस्तारण करा दिया। इसी तरह सिगरा थाना में 6 शिकायतें पहुंची, इनका भी निस्तारण हो गया। दो मामले में पैसा वापस कराया गया था.
महिला अपराध पर हुआ कम
मिशन शक्ति योजना के तहत सभी थानों पर महिला हेल्प डेस्क भी संचालित हो रहा है। कमिश्नरेट सिस्टम लागू होते महिला हेल्प डेस्क को डॉयल-1090 से जोड़ दिया गया। इसके चलते अब महिला उत्पीडऩ की शिकायत पीडि़ता कलेक्ट्रेट स्थित महिला सेल या जिला अस्पताल में संचालित वन स्टॉप सेंटर नहीं जाती है। वह सीधे थाने पहुंचती हैं या डॉयल-1090 के जरिए उनकी शिकायत थाने पहुंचती है, जिसका त्वरित निस्तारण हो जाता है। पहले महिला हेल्प डेस्क पर हर दिन तीन से चार शिकायतें आती थी, लेकिन अब चार-पांच दिन में एक शिकायत आती है। चेतगंज थाना के महिला हेल्प डेस्ट 18 मई तक सिर्फ छह शिकायतें आई हैं। जनवरी से अब तक सिर्फ 31 शिकायतें आई। डॉयल-1090 से कुल 26 कम्प्लेन आए। उधर, सिगरा थाना में जनवरी से अब तक सिर्फ 93 और डॉयल-1090 से 95 शिकायतें आई हैं।
वाराणसी नगर के 19 थाने
कोतवाली, आदमपुर, रामनगर, भेलूपुर, लंका, मंडुवाडीह, चित्तईपुर, चेतगंज, जैतपुरा, सिगरा, कैंट, शिवपुर, सारनाथ, लालपुर-पांडेपुर, दशाश्वमेघ, चौक, लक्सा, पर्यटक, महिला थाना
कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने के बाद थानों को अपटेड किया जा रहा है। महिला हेल्प डेस्क की तरह साइबर हेल्प डेस्क शुरू किया गया है। अब लोगों को पुलिस लाइन या साइबर थाना सारनाथ नहीं जाना होगा। थानों पर ही सारी सुविधाएं मिलेंगी। अब थानों पर ही त्वरित न्याय व शिकायतों के लिए निस्तारण मिलेगा।
-संतोष मीणा, एसीपी