-यार्ड से हटेगा मालगोदाम, नए स्थान की तलाश, सोलर लाइन से जगमगाएगा स्टेशन

-वॉशिंग लाइन में होगी पार्सल व खानपान की लोडिंग

VARANASI : पीएम नरेंद्र मोदी के निर्देश पर रेलवे ने बनारस आने व यहां से जाने वाले हैंडीकैप्ड, बीमार और बुजुर्ग पैसेंजर्स की सुध ली है। डिपार्टमेंट ने कैंट स्टेशन के री-मॉडलिंग प्लैन में सभी प्लेटफॉ‌र्म्स को पाथ-वे से जोड़ने पर की कवायद पर काम स्टार्ट कर दिया है। इसके तहत असहाय पैसेंजर्स भी आसानी से जरूरत के अनुसार किसी भी प्लेटफॉर्म पर जा सकेंगे। यह जानकारी गुरुवार को नॉर्दन रेलवे के सीओएम मोहम्मद जमशेद ने मीडिया से बातचीत में दी। वह क्9ब् करोड़ रुपये की री-मॉडलिंग प्रोजेक्ट के बाबत नई दिल्ली से एक दिवसीय दौरे पर आए हैं।

मालगोदाम होगा ट्रांसफर

चीफ ऑपरेटिंग मैनेजर ने बताया कि यार्ड के मालगोदाम को स्थानांतरित करने के लिए शिवपुर, बाबतपुर, लोहता, कादीपुर स्टेशंस के आसपास जमीन की तलाश की जा रही है। वहीं गोदाम के स्थान का उपयोग कैंट स्टेशन के लिए बने प्लैन के लिए किया जाएगा। प्लेटफॉर्म पर पार्सल बिखरे रहने के बाबत सीओएम ने कहा कि अब वॉशिंग लाइन में ही लोडिंग की व्यवस्था बनाई जाएगी। वहीं पर खानपान सामग्री भी लोड की जाएगी। इससे पैसेंजर्स को परेशानी नहीं होगी। एक प्रोजेक्ट के तहत कैंट स्टेशन पर सोलर लाइट का भी उपयोग किया जाना है। सर्कुलेटिंग एरिया में प्रकाश व्यवस्था के लिए एक और हाईमास्ट लगाया जाएगा।

कैंटोनमेंट साइड एस्केलेटर जल्द

कैंट स्टेशन पर दूसरा एस्केलेटर कैंटोनमेंट साइड एंट्री के पास लगाया जाना है, जबकि तीसरा एस्केलेटर प्लेटफॉर्म नंबर पांच पर लगाने की योजना है। यह एस्केलटर एक घंटे में सात सौ पैसेंजर्स को ऊपर-नीचे करेगा। इससे प्लेटफॉ‌र्म्स पर भीड़ कम होगी। कैंट स्टेशन की बेहतर मॉनीट¨रग के लिए नॉर्दन रेलवे बनारस में रीजनल ऑफिस स्थापित करेगा। जहां चीफ एरिया मैनेजर के अलावा और भी ऑफिसर्स अपॉइंट होंगे। इसके पहले मुख्य परिचालन प्रबंधक ने स्टेशन कैंपस का इंस्पेक्शन भी किया। इस दौरान मुख्य मालभाड़ा प्रबंधक वी शंकर, मुख्य योजना प्रबंधक संजय मिश्र, उप मुख्य परिचालन प्रबंधक मनीष तिवारी समेत लखनऊ से आए सीनियर डीसीएम अश्रि्वनी श्रीवास्तव, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक राजेश दत्त वाजपेई व रवि चतुर्वेदी रहे।