-गंगा किनारे दो सौ मीटर में हुए अवैध निर्माण का मामला

-निरीक्षण के बाद फोटोयुक्त रिपोर्ट साथ ले गयी न्याय मित्र की टीम

VARANASI

वाराणसी विकास प्राधिकरण गंगा किनारे दो सौ मीटर में हुए अवैध निर्माण के मामले में अब गलत रिपोर्ट नहीं दे पाएगा। न्याय मित्रों की टीम ने वीडीए के अफसरों के साथ मिलकर छह सेटों में भौतिक सत्यापन की फोटोयुक्त रिपोर्ट तैयार कराई है। टीम रिपोर्ट के दो सेट वीडीए उपाध्यक्ष प्रकाशचंद्र श्रीवास्तव को सौंपने के साथ चार सेट साथ ले गई। टीम अवैध निर्माण के खिलाफ वीडीए की कार्रवाई का भौतिक सत्यापन कर रविवार को इलाहाबाद के लिए रवाना हो गई।

कोर्ट में न दें गलत रिपोर्ट

रिपोर्ट तैयार करने से पहले न्याय मित्रों की टीम ने वीडीए अफसरों संग मीटिंग की। इसमें उपाध्यक्ष समेत सचिव एमपी सिंह, तहसीलदार डीके सिंह, नगर नियोजक वीके सक्सेना, राजकुमार, कृष्ण गोपाल, बीएन सिंह आदि मौजूद थे। मीटिंग में न्याय मित्रों ने वीडीए के अफसरों को सचेत किया कि गंगा किनारे अवैध निर्माण के खिलाफ की गई कार्रवाई के बाबत जो हलफनामा हाईकोर्ट में दाखिल किया गया है उसके सापेक्ष मौके की हकीकत कुछ और ही थी जो गलत है। उन्होंने साफ कहा कि जितनी कार्रवाई करें उतना ही हलफनामा में दर्ज करें। बताया कि चूंकि कार्रवाई की निगरानी कौटिल्य संस्था द्वारा भी की जा रही है, इसलिए कोर्ट ने कार्रवाई के दौरान वीडीए के साथ संस्था के पदाधिकारियों की मौजूदगी भी सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया था। कोर्ट ने पूरी कार्रवाई की फोटोग्राफी कराने का आदेश दिया था ताकि हलफनामा की हकीकत कोर्ट अपनी आंखों से देख सके। न्याय मित्रों की टीम का नेतृत्व मनीष गोयल कर रहे थे जबकि अंकिता शर्मा, आनंद अग्रवाल, विवेक वर्मा साथ थे।