वाराणसी (ब्यूरो)। सैर-सपाटे, हॉलिडे और अन्य जरूरी यात्राओं को सुविधाजनक बनाने के लिए बनारस से हाल के महीनों में हवाई यात्रा की शुरुआत की गई थी। इस साल पड़ रही जबरदस्त गर्मी ने पिकनिक और देशाटन पर जाने वाले यात्रियों के मूड को खराब कर रख दिया है। ईंधन के बढ़ते दामों से आसमान छूती फ्लाइट किराए ने भी हवाई यात्रा की चाह रखने वालों के उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। इधर, ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे मसले को लेकर देशभर से बनारस आने वाले सैलानी और श्रद्धालुओं के कदम ठिठक गए हैैं। एलबीएस एयरपोर्ट के अधिकारी ने बताया कि वाराणसी से गोरखपुर और जम्मू-कश्मीर को जाने वाले यात्रियों की संख्या में कमी आई है। लेकिन दोनों स्थानों के उड़ानों बंद नहीं किया गया है।
महंगे ईंधन ने उड़ाया होश
विमानन ईंधन की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी का असर फ्लाइट से सफर करने वाले पैसेंजर की जेब पर भी पड़ रहा है। इसकी वजह से लोग महंगी यात्राओं का विकल्प भी तलाशने लगे हैैं। लिहाजा, घरेलू उड़ान के लिए बजट से बाहर होते किराए का लोग ऑप्शन के तौर पर एसी ट्रेन और लक्जरी बसों को प्रिफर कर रहे हैैं।
मौसम की मार के शिकार पैसेंजर
अप्रैल और अब मई की भीषण गर्मी ने बनारस समेत पूर्वांचल के बाशिदों के जीवन को अस्त-व्यस्त कर रखा है। 43 डिग्री सेल्सियस से अधिक पारे में धधकते शहर और उमस ने आम लोगों का घर से बाहर निकला दूभर कर दिया है। लिहाजा, गर्मी की वजह से भी विमान यात्रियों की संख्या में कमी आई है।
ज्ञानवापी मसले का साइड इफेक्ट
मई के महीने में देश के कोने-कोने से लाखों की तादात में सैलानी और श्रद्धालु बुद्ध विहार सारनाथ, काशी विश्वनाथ मंदिर, गंगा, दर्शन-पूजन के साथ हालिडे व सैर-सपाटे के मूड में बनारस आते हैैं। ऐसे में हाल ही उठे ज्ञानवापी मसले को लेकर सुदूर प्रांतों से आनेवाले टूरिस्टों के कदम ठिठक गए हैैं। इस कारण भी हवाई यात्रियों की संख्या में कमी आई है.
हवाई यात्रा के आंकड़ों पर एक नजर
14 मई
वाराणसी से जम्मू गए यात्रियों की संख्या- 149, सीट-180
जम्मू से वाराणसी आने वाले यात्रियों की संख्या-108, सीट- 180
16 मई
वाराणसी से गोरखपुर गए यात्रियों की संख्या-28, सीट- 45
गोरखपुर से वाराणसी आने वाले यात्रियों की संख्या-32, सीट-45
वर्जन
हवाई यात्रियों की सुविधा के लिए गोरखपुर और जम्मू की उड़ानें सुचारू रूप से चल रही हैैं। यात्रियों की संख्या बढ़ाने की योजना पर विचार चल रहा है.
आरिमा सांन्याल, डाइरेक्टर, एलबीएस एयरपोर्ट
समर शेड्यूल में विमान सेवा शुरू की गई थी, जो अब भी चल रही है। लौटने वाली फ्लाइटों में पैसेंजर की संख्या थोड़ी कम जरूर है। मैैं दिखवाता हूं.
रंजीत वर्मा, पीआरओ, एलबीएस एयरपोर्ट
फ्लाइट से कोलकाता जाने के बढ़ते फ्लेक्सी किराए अब बोझ बनते जा रहे हैैं। विमानन एजेंसियों को चाहिए कि सभी वर्ग के फ्लाइट पैसेंजर्स का ध्यान रखे.
अभिषेक कुमार सिंह, पैसेंजर
मई के सेकेंड वीक में सैर-सपाटे के लिए पुणे जाने की तैयारी थी। लेकिन, बेतहाशा गर्मी और उमस ने हालत पस्त कर रखी है। मौसम के कूल होने का इंतजार किया जा रहा है.
सुनील विश्राम, उद्यमी