वाराणसी (ब्यूरो)बनारस में ठंड बढ़ गई हैइस कारण मूंगफली और गजक की मांग बढ़ गई हैबढ़ती मांग के साथ दामों में भी बढ़ोतरी हुई हैरोड साइड लगी मूंगफली की दुकानों पर शाम होते ही भीड़ लगने लगती हैपूरे बनारस में मूंगफली और गजक की महक छायी हुई हैजैसे-जैसे ठंड बढ़ती जा रही है वैसे-वैसे मूंगफली और गजक का बाजार भी गर्म हो गया हैठंड में मूंगफली का स्वाद अच्छा लगता ही है, साथ ही यह स्वास्थ्य के लिए भी काफी फायदेमंद होती हैठंड में महंगी मिलने के बाद भी इनकी मार्केट में खूब डिमांड है.

60 टन की खपत

किराना व्यापार समिति के मंत्री अशोक कसेरा ने बताया कि मूंगफली की ठंड में डिमांड काफी बढ़ गई हैबनारस में रोज 2 गाड़ी भरकर मूंगफली आती हैएक गाड़ी में 30 टन मूंगफली होती हैलगभग 60 टन मूंगफली की खपत बनारस में हो रही हैमूंगफली के दाम की बात करें तो दोगुने दामों में दुकानदार इसे बेच रहे हैंजहां पिछली ठंड में 35 रुपये में 200 ग्राम मूंगफली मिलती थी, अब वह 70 रुपये में मिल रही हैबनारस में रोज दो करोड़ बीस लाख का मूंगफली का व्यापार हो रहा है.

महंगे हुए दाम

सर्दियों के मौसम में गजक की ढेर सारी वैरायटी तैयार की जा रही हैइस ठंड में 15 प्रतिशत तक गजक के दाम बढ़ गए हैं, पर इनको खाने के वाले लोग इन्हें खरीदने में बिल्कुल कंजूसी नहीं कर रहे हैंगजक के निर्माता सोहेल ने बताया कि ठंड में इस बार सादा गजक के दाम 350 रुपये, ड्राई फ्रूट देशी घी गजक 500 रुपये, तिल मावा बाटी 500 रुपये, गजक का समोसा 700 रुपये में बिक रहा हैसाथ ही पंचरत्न बर्फी 450 रुपये, मावे की गजक 500 रुपये, तिल के लड्डू 300 रुपये और रेवड़ी 320 रुपये किलो बिक रही हैइन्हें खरीदने के लिए देर रात तक सड़क किनारे लगी दुकानों पर लोगों की भीड़ लग जाती है.

सेहत के लिए फायदेमंद

मूंगफली खाने में तो स्वादिष्ट होती ही है, साथ ही स्वास्थ के लिए भी यह बहुत फायदेमंद होती हैआयुर्वेद के चिकित्सा अधिकारी श्याम सुंदर पांडे के मुताबिक मूंगफली प्रोटीन से भरपूर होती है, जो शारीरिक वृद्धि के लिए बहुत जरूरी हैमूंगफली में मैैगनीज के साथ-साथ कार्बोहाइड्रेट, मेटाबॉलिज्म, कैल्शियम, एब्जोप्र्शन, और ब्लड शुगर को रेगुलेट करता हैइसके साथ ही मूंगफली के सेवन डायबिटीज का खतरा 21 फीसदी तक कम हो जाता है.