--PM नरेंद्र मोदी दिवाली से पहले अपने संसदीय क्षेत्र को देंगे बड़ा तोहफा

--CNG और PNG पाइप लाइन प्रोजेक्ट का करेंगे शिलान्यास

-बनारसियों को गैस बुक कराने से मिलेगी निजात, शहर को पॉल्यूशन से भी मिलेगी छुट्टी

VARANASI

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अक्टूबर को वाराणसी दौरे पर आ रहे हैं। इस दिन वे दिवाली के पहले अपने संसदीय क्षेत्र को बड़ा तोहफा देंगे। प्रधानमंत्री सीएनजी और पीएनजी पाइप लाइन प्रोजेक्ट, वाराणसी-इलाहाबाद रेल रूट का इलेक्ट्रिफिकेशन और दोहरीकरण, गोरखपुर में लोको इलेक्ट्रिक शेड का शिलान्यास करेंगे। पीएम सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत नए गांव के नाम का एलान भी कर सकते हैं।

12 लाख उपभोक्ताओं को फायदा

प्रधानमंत्री वाराणसी में ऊर्जा गंगा परियोजना सिटी गैस सिस्टम के प्रोजेक्ट का शिलान्यास करेंगे। इस प्रोजेक्ट के तहत बनारस को फूलपुर-हल्दिया एंड बोकारो-धामरा गैस पाइप लाइन से जोड़ा जाएगा। प्रोजेक्ट पर एक हजार करोड़ रुपए का खर्च आएगा। इस प्रोजेक्ट के पूरा हो जाने पर बनारस के 12 लाख गैस उपभोक्ताओं को फायदा मिलेगा।

LPG से होगी सस्ती

गैस अथॉरिटी इंडिया लिमिटेड के अधिकारी ने बताया कि पाइप से सप्लाई होने वाली गैस नेचुरल गैस होती है। अन्य शहरों में जहां पाइप्ड गैस सिस्टम है वहां हर महीने एलपीजी के मुकाबले पाइप्ड गैस की लागत 100 रुपये कम आती है। इसके अलावा पाइप्ड गैस सिस्टम में लीकेज होने की स्थिति में उपभोक्ता को खतरा कम होता है। नेचुरल गैस का घनत्व कम होने की वजह से यह हवा में ऊपर उठ जाती है। जबकि एलपीजी हवा से भारी होने के कारण नीचे बैठ जाती है और आग लगने की स्थिति में उपभोक्ता के लिए खतरा बढ़ जाता है। साथ ही इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद बनारस के उपभोक्ताओं को गैस सिलिंडर बुक कराने में आने वाली परेशानियों से निजात मिलेगी।

ट्रांसपोर्ट सेक्टर में भी सप्लाई

गेल अधिकारी ने बताया कि न केवल इससे डोमेस्टिक सेक्टर में लोगों को फायदा होगा बल्कि इससे ट्रांसपोर्ट सेक्टर के लिए भी बनारस को गैस सप्लाई होगी। इससे वाराणसी में सीएनजी व्हीकल्स को पर्याप्त मात्रा में गैस सप्लाई हो सकेगी। इससे शहर में पॉल्यूशन कंट्रोल करने में भी मदद मिलेगी।

कैसे मिलेगा डोमेस्टिक कनेक्शन

-फोटो आईडी के साथ रजिस्ट्रेशन फॉर्म भर कर जमा करना होगा।

-रजिस्ट्रेशन फॉर्म के साथ एप्लीकेशन फीस 300 रुपए, सिक्योरिटी डिपाजिट 5,000 रुपए और कनेक्शन के लिए 500 रुपए यानि कुल 5,800 रुपए जमा करने होंगे।

-यदि कस्टमर के घर तक 15 मीटर से अधिक जीआई या कॉपर पाइप बिछानी पड़ेगी तो उसका चार्ज अलग से देना होगा।

-रजिस्ट्रेशन फॉर्म जमा करने के बाद गेल के अधिकारी कनेक्शन वाले इलाके का सर्वे करेंगे कि उपभोक्ता के घर तक कनेक्शन संभव है या नहीं।

-कनेक्शन संभव होने पर स्थानीय निकाय अधिकारियों से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट लेकर उस इलाके तक एमडीपीई ((Medium-density polyethylene) पाइप बिछाई जाएगी।

-इसके बाद उपभोक्ता के घर तक जीआई या कॉपर पाइप बिछाई जाएगी।

-उपभोक्ता के घर पर इस्तेमाल हो रहे एलपीजी स्टोव को पीएनजी गैस स्टोव में कन्वर्ट किया जाएगा ताकि वह पाइप्ड गैस का इस्तेमाल कर जलाया जा सके।