-अस्सी घाट पर तेज हवाओं में फंसकर गंगा में पलटकर डूबी ई बोट
-मल्लाहों ने पब्लिक की मदद से निकाली नाव
-एक मई को पीएम ने इसी नाव पर बैठकर गंगा का किया था भ्रमण
VARANASI
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों गंगा को पॉल्यूशन फ्री बनाने के लिए चलाई गई ई बोट रविवार को तेज हवाओं में फंसने के बाद गंगा में डूब गई। वो तो गनीमत था कि नाव पर कोई सवार नहीं था वरना बड़ा हादसा हो सकता था। गंगा में डूबी नाव को मल्लाहों ने पब्लिक की मदद से बाहर निकाला।
वीरेन्द्र चला रहा था नाव
गंगा की लहरों में फंसने के बाद जो नाव डूबी वो वही नाव बताई जा रही है जिस पर पीएम मोदी एक मई को सवार होकर गंगा भ्रमण को निकले थे। उस समय भी मोदी की नाव का खेवनहार नाविक वीरेन्द्र निषाद था और रविवार को भी इस नाव को वीरेन्द्र ही चला रहा था। सुबह साढ़े सात बजे आई हवा के बीच वीरेन्द्र नाव को किनारे से खोलकर जैसे ही आगे बढ़ा कि वह डोलने लगी। वो जब तक उसे संभाल पाता तब तक नाव पलट गई। नाव पलटते ही वीरेन्द्र तो तैरकर किनारे आ गया लेकिन नाव में पानी भर जाने से वह डूब गई। बाद में वीरेन्द्र दूसरे मल्लाहों की मदद से उसे किनारे लाया। स्थानीय पार्षद गोविंद शर्मा ने भी नाव को बाहर निकालने में काफी मदद की।
एक मई को की थी शुरुआत
-पीएम मोदी ने एक मई को पांच ई बोट गंगा में चलाई थी।
-इनमें से एक बोट पर मोदी खुद बैठकर गंगा भ्रमण को निकले थे।
-ई बोट बनाने वाली टीम की मानें तो बोट हवा का प्रेशर और लहरों को नहीं झेल सकती।
-वजह है बोट साधारण नाव की तुलना में काफी हल्की है।
-इसलिए आंधी तूफान और बाढ़ आने पर ई बोट का संचालन करने से मना किया गया है।