बीएचयू के 98वें कन्वोकेशन में पीएम नरेन्द्र मोदी ने बांटे मेधावियों को मेडल्स

सफलता के सम्मान से मन में उठी खुशियों की लहरों ने चूमा आसमान

34 स्टूडेंट्स को मेडल और 11562 स्टूडेंट्स को मिली डिग्रियां

VARANASI

सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। यह मिलती है तो सिर्फ अपनी काबिलियत, लगन और ईमानदार प्रयास की बदौलत। लेकिन जब यह हाथ आती है तो मन के समंदर में खुशियों की लहरें आसमान को छूने लगती हैं। बीएचयू के एंफीथियेटर ग्राउंड में ऐसी ही आसमानी लहरें सैकड़ों की तादाद में उमड़ती दिखायी दी। जी हां, यह मौका था सोमवार को बीएचयू के शताब्दी वर्ष में आयोजित 98 वें कन्वोकेशन का। कन्वोकेशन के खासियत की तासीर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी उपस्थिति से और भी गाढ़ा कर दिया। पीएम मोदी के हाथों जिसके भी गले में सफलता का मेडल सजा वह उमंगों के आसमान पर सैर करता नजर आया। कभी खुशियों ने दिल से बाहर आने के लिए मुस्कान का सहारा लिया तो बहुतों की आंखों से बूंदों के रूप में यह टपकती नजर आयी। पीएम मोदी ने अपने दीक्षांत भाषण में विश्व की हर चुनौती का सामना करने के लिए खुद को तैयार करने के वास्ते युवाओं में जज्बा भरा।

श्रीकांत को चांसलर मेडल

एंफीथियेटर ग्राउंड में आयोजित कन्वोकेशन में स्टूडेंट्स को पीएचडी, ग्रेजुएशन व पोस्ट गे्रजुएशन की डिग्री के लिए चांसलर के सामने पेश किया गया। पीएम नरेन्द्र मोदी ने बीएचयू में सबसे अधिक मा‌र्क्स पाने वाले स्टूडेंट एसवीडीवी फैकल्टी के श्रीकांत मिश्रा को चांसलर मेडल, महाराजा विभूति नारायण सिंह गोल्ड मेडल व बीएचयू मेडल से सम्मानित किया। इसी फैकल्टी के धीरज कुमार को भी सर्वाधिक अंक पाने के लिए इन तीनों मेडल से नवाजा गया। सांइस फैकल्टी की प्रशस्ति सिंह को बीएससी में सर्वाधिक अंक पाने के लिए इन तीनों मेडल से सम्मानित किया गया। इनके अलावा उन्होंने अलग अलग सबजेक्ट्स में सर्वाधिक मा‌र्क्स लाने वाले अन्य फ्क् स्टूडेंट्स को बीएचयू मेडल से सम्मानित किया। संबंधित फैकल्टी के डीन्स ने अपने यहां के स्टूडेंट्स को प्रस्तुत किया।

टॉपर्स के नाम की हुई घोषणा

चांसलर डॉ। कर्ण सिंह ने क्क्भ्म्ख् स्टूडेंट्स को उनके विषयों के एग्जाम में सफलता प्राप्त करने के लिए डिग्री प्रदान करने की संस्तुति प्रदान की। इसके पूर्व कन्वोकेशन का शुभारंभ बतौर चीफ गेस्ट शामिल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, एचआरडी मिनिस्टर स्मृति ईरानी, प्रदेश वन मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव, चांसलर डॉ। कर्ण सिंह, वाइस चांसलर प्रो गिरीश चंद्र त्रिपाठी व रजिस्ट्रार डॉ। केपी उपाध्याय ने महामना की प्रतिमा पर पुष्पहार पहना कर किया। वैदिक मंगलाचरण के बाद कुलगीत प्रस्तुत किया गया। गेस्ट्स का स्वागत वीसी प्रो त्रिपाठी ने, मंगलाचरण पतंजलि मिश्र ने व संचालन डॉ। पद्मिनी रवींद्रनाथ ने किया। आभार रजिस्ट्रार डॉ केपी उपाध्याय ने व्यक्त किया।

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डॉ कर्ण सिंह ने दिलाया संकल्प

डॉ। कर्ण सिंह ने दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए डिग्री हासिल करने वाले सभी स्टूडेंट्स को अपनी काबिलियत का उपयोग समाज के हित में करने का संकल्प भी दिलाया। उन्होंने सभी स्टूडेंट्स को अनुशासन में रहने, सच बोलने, धर्माचरण करने, सत्य, धर्म, ऐश्वर्य, स्वाध्याय व प्रवचन में प्रमाद न करने, देवकार्य और पितृकार्य में प्रमाद नहीं करने का वचन भी लिया। स्टूडेंट्स ने खड़े होकर अपने चांसलर द्वारा दी गयी सीख को जीवन में उतारने व उस पर अमल करने का भरोसा दिलाया.

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देशराग की धुन पर कन्वोकेशन प्रोसेशन

सबसे पहले देशराग की धुन पर कन्वोकेशन प्रोसेशन निकला। प्रोसेशन का नेतृत्व यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ केपी उपाध्याय कर रहे थे। उनके पीछे कन्वोकेशन गाउन पहने फैकल्टी डीन, इंस्टीट्यूट डायरेक्टर्स व डिपार्टमेंट हेड्स थे। सबसे पीछे वीसी प्रो गिरीश चंद्र त्रिपाठी व उनके पीछे चांसलर डॉ। कर्ण सिंह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चल रहे थे। स्टेज तक पहुंच कर डिपार्टमेंट हेड ऑडियंस गैलरी में बने अपने स्थान पर बैठ गये। जबकि चांसलर, वीसी, पीएम और रजिस्ट्रार ने डायस पर स्थान ग्रहण किया। डायस के पीछे फैकल्टी डीन्स के लिए बैठने की व्यवस्था की गई थी।

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दिव्यांग 'पंखुड़ी' को दिया मेडल

कन्वोकेशन में बीएससी मैथ ऑनर्स में सर्वाधिक अंक पाने वाली दिव्यांग छात्रा पंखुड़ी जैन को मेडल दिया गया। पंखुडी व्हील चेयर पर मंच पर पहुंची। जोरदार तालियों के साथ दर्शक दीर्घा में उपस्थित लोगों ने पंखुड़ी की हौसला आफजाई की। खुद पीएम नरेन्द्र मोदी ने नीचे झुककर पंखुडी का अभिवादन किया और उसके उत्साह की तारीफ की।