- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संत रविदास मंदिर में कार्यक्रम को लेकर हुए संभावित बदलाव के बाद उड़ी प्रशासन की नींद

- हेलीकॉप्टर की जगह अब सड़क से सिर्फ मंदिर में दर्शन करने जा सकते हैं पीएम, तेज हुआ काम

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 22 फरवरी को होने वाले बनारस दौरे के कार्यक्रम में हुए बदलावों की भनक लगते ही पुलिस प्रशासन दोनों के हाथ पांव फूलने लगे हैं। वजह पीएम को जहां हेलीकॉप्टर से ही सीर पहुंचना था। उसमे बदलाव करते हुए उनको बीएचयू से अब बाईरोड सीर लाने की तैयारी शुरू हो गई है। जिसके कारण प्रशासन के माथे पर चिंता की लकीरें दिखने लगी हैं। प्रशासन लाखों की भीड़ के बीच पीएम के काफिले को संकरी सड़क से रविदास मंदिर तक कैसे लायेगा इसको लेकर अधिकारियों के बीच मंथन भी शुरू हो गया है। हालांकि रविवार से सीर में तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है।

बनने लगी सड़क

पीएम के बाई रोड सीर तक आने की सूचना के बाद प्रशासनिक अमले ने तैयारियों को पूरा करने के लिए अभी से मैनपावर वहां झोंक दिया है। रविवार को सुबह सड़क निर्माण का काम शुरू हो गया। देखते ही देखते कार्यक्रम स्थल के मैदान से लेकर संत रविदास मंदिर तक तारकोल की काली चादर ने सड़क को कवर कर दिया। सोमवार से युद्ध स्तर पर सफाई कैंपेन की शुरूआत भी हो जायेगी।

भीड़ को काबू में करने की टेंशन

पीएम मोदी के सीर में होने वाले दौरे में हुए बदलाव के बाद पुलिस प्रशासन सबसे ज्यादा परेशान है क्राउड मैनेजमेंट को लेकर। सूत्रों की मानें तो एमएलसी चुनाव के मद्देनजर जारी आचार संहिता के चलते पीएम के सार्वजनिक मंच से किए जाने वाले कार्यक्रम में बदलाव किया गया है। जिसके कारण पीएम अब मंच पर न जाकर सीधे रविदास मंदिर दर्शन को पहुंचेंगे। यहां दर्शन के बाद वे लंगर छक सकते हैं लेकिन अभी ये कंफर्म नहीं है। हालांकि पुलिस ने 22 फरवरी को सीर में उमड़ने वाली भीड़ को पीएम के दौरे से दो घंटे पहले ही मंदिर में जाने से रोकने के लिए बैरिकेडिंग करने की प्लैनिंग की है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि संत रविदास जन्मदिवस के दौरान इतनी बड़ी भीड़ को दो घंटे तक रोकना बड़ा चैलेंज है लेकिन सुरक्षा के मद्देनजर ये जरूरी है। वहीं पीएमओ ने 17 फरवरी तक पूरे दौरे को लेकर लोकल प्रशासन से पूरी रिपोर्ट तैयार कर भेजने को कहा है।