- प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बन रही दस किमी लंबी सड़क की जांच में मिली तमाम गड़बड़ी

- क्वालिटी की जांच के लिए निर्माण सामग्री का नमूना भेजा गया बीएचयू आईआईटी

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डीएम विजय किरन आनंद गुरवार को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के तहत 454.77 लाख रुपये की लागत से निर्माणाधीन रजवारी स्थित छित्तमपुर वाया धरहरा तक की दस किमी लंबी सड़क की जांच को निकले। कुछ कदम पैदल ही चले थी कि उनके पेशानी पर बल आ गया। वो हैरान थे कि घोटालेबाजों ने इस सड़क को भी नहीं छोड़ा। डीएम ने मानक के अनुरूप सड़क का निर्माण न होने पर पीडब्ल्यूडी पीएमजीएसवाई के अधीशासी अभियंता वीके जैन को कड़ी फटकार लगाते हुए जमकर क्लास ली।

पैदल टहले डीएम

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में ही उनके फंड से बन रही

सड़क की जांच के लिए डीएम दस किलोमीटर लंबी सड़क पर अधिकांश रास्ता पैदल ही चलकर जांच की। गुणवत्ता खराब होने पर डीएम ने क्रमश: एक, तीन, पांच व सात किमी पर कुल चार स्थल पर खोदाई कराकर जी-2, जी-3 एवं पीसी में प्रयुक्त सामग्री की गुणवत्ता की जांच हेतु आईआईटी, बीएचयू लैब भेजा और सख्त हिदायत दी कि कमी मिली, तो सजा को तैयार रहे। पीएमजीएसवाई इकाई पिछले एक वर्ष से दस किमी सड़क का निर्माण करा रहा है। डीएम ने आधे-अधूरे निर्माण कार्य में अत्यंत खराब गुणवत्ता पर सीडीओ को निर्देशित किया है कि खण्ड विकास अधिकारियों से सभी सड़कों की जांच करायी जाए। उन्होंने हिदायत देते हुए कहा कि कहीं भी अनियमितता मिले तो संबंधित अभियंता व ठेकेदार को कत्तई न छोड़ा जाए।

ठेकेदार को नोटिस

डीएम ने निर्माणाधीन रजवारी स्थित छित्तमपुर वाया धरहरा सड़क से जुड़े ठेकेदार अमित सिंह को नोटिस जारी करते हुए 31 अक्टूबर तक इस सड़क का मानक के तहत निर्माण कार्य पूरा कराने का अल्टीमेटम दिया। कहा कि मानक की अनदेखी हुई तो प्राथमिकी दर्ज कराकर जेल भेज दिया जाएगा। निरीक्षण के समय मौके पर सड़क किनारे ड्रेनेज कार्य नहीं कराए जाने व पटरियों पर भी कोई कार्य न कराये जाने पर नाराजगी जाहिर की। 8.3 किमी तक जी-2, 6.7 किमी तक जी-3 तथा 5 किमी तक पीसी का कार्य होने तथा मार्ग पर जगह-जगह गड्ढ़े होने पर अधीशासी अभियंता से डीएम ने पूछा यह सब क्या है, वह कोई जवाब नहीं दे सके। सड़क पर कहीं भी फिनिशिंग नहीं मिली। निर्देश का अनुपालन रिर्पोट अब तक उपलब्ध न कराए जाने पर अधीशासी अभियंता को चेतावनी दी। साथ ही आख्या तत्काल उपलब्ध कराने को कहा।