-सीर में रैदासियों ने दुकानदारों पर लुटाया धन, संत रविदास मंदिर में मत्था टेकने पहुंचे पीएम के कारण दुकानदारों की रही बल्ले-बल्ले

-सीर सहित आसपास के एरिया में दिन-रात खुली रही दुकानें

VARANASI

संत शिरोमणि रविदास जन्मस्थली सीर में अबकि बार रैदासियों का सैलाब देखते ही बना। हालांकि उसका एक बड़ा कारण यह भी था कि पीएम नरेंद्र मोदी गुरु चरणों में शीश नवाने पहुंचे थे। केंद्रीय मंत्री विजय सांपला सहित अन्य मंत्रियों व बीजेपी पदाधिकारियों ने भी पीएम के आगमन को देखते हुए एक सप्ताह पूर्व से ही सीर गोवर्धन में पहुंचकर लाख भर रैदासियों की भीड़ इकट्ठा की थी। वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी संत रविदास के दरबार में मत्था टेकने पहुंचे तो आप पार्टी पदाधिकारियों ने भी ठीक-ठाक भीड़ जुटाई थी। अब पीएम-सीएम को रैदासियों का समर्थन मिला या नहीं, लेकिन सीर में अस्थाई दुकान लगाने वाले दुकानदारों पर रैदासियों ने दिल खोलकर धन लुटाया। लगभग सात लाख रैदासियों का सैलाब सीर में उमड़ा। जिसके कारण स्थाई व अस्थाई दुकानदारों की दुकानदारी टॉप क्लास की हुई।

ब्0 से भ्0 हजार तक की कमाई

सीर में पीएम मोदी के आने की सूचना के बाद इस बार संत रविदास मंदिर में रैदासियों की भीड़ सबसे अधिक उमड़ी। लिहाजा मेले में अस्थाई दुकानें लगाने वाले बनारस सहित गैर जिलों से आने वाले दुकानदारों की अच्छी कमाई हुई। दुकानदारों की मानें तो तीन साल बाद ऐसा अवसर आया कि जब तीन दिन तक दुकानों पर दिन-रात कस्टमर्स की भीड़ उमड़ती रही। ऐसा कोई भी दुकानदार नहीं होगा जिसने इन तीन दिनों के अंदर ब्0 से पचास हजार रुपये की दुकानदारी नहीं की होगी।

देश विदेश से उमड़े श्रद्धालु

देश विदेश से उमड़े रैदासियों का सैलाब संत रविदास जन्मोत्सव के दूसरे दिन मंगलवार को भी सीर में देखने को मिला। हालांकि पंजाब से पहुंचे श्रद्धालुओं का जत्था वापस भी जाते दिखा। जन्मोत्सव से एक सप्ताह पूर्व ही सीर सहित आसपास के एरिया में दुकानें सज गई थीं। जिसे जहां भी स्थान मिला वहीं पर अस्थाई तौर पर चाय-पकौड़ी की दुकान सजा ली थी। सीर गांव में रैदासियों से संबंधित हर सामान उपलब्ध थे। खिलौने, कॉस्मेटिक, बनारस साड़ी, सूट-सलवार, एयर बैग, कपड़े, फूड आइटम्स आदि की दुकानें सप्ताह भर पहले से ही यहां दिन रात गुलजार रहीं।

मोबाइल चार्ज का भी लिया पैसा

सीर में कमाने वालों ने कहीं से कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। रविदास मंदिर के आगे पंडाल की तरफ मोबाइल कम्यूनिकेशन की कई शॉप्स अस्थाई तौर पर लगी हुई थीं। यहां पर रिचार्ज, डाउन लोडिंग, एसेसरीज आदि की व्यवस्था रही। हालांकि इन दुकानों पर रैदासियों को मोबाइल चार्ज करने के भी पैसे देने पड़े। एक घंटे मोबाइल चार्ज करने के लिए रैदासी को ख्0 से फ्0 रुपये तक देने पड़े।

पिछले पांच साल से लगातार यहां चूड़ी-कंगन सहित कॉस्मेटिक की अस्थाई दुकान लगा रहा हूं। लेकिन सबसे अच्छी कमाई इस साल हुई। एक दिन में ख्भ् से फ्0 हजार की दुकानदारी हुई। मंत्रियों के आने के कारण इस बार रैदासियों की भीड़ अधिक थी।

जितेंद्र सिंह राठौर, फिरोजाबाद

तीन साल बाद यहां बेहतरीन दुकानदारी हुई है। खिलौने, जूता-चप्पल की दुकानों पर दिन रात रैदासियों की भीड़ उमड़ी रही। लगभग सात लाख से अधिक रैदासियों ने मेले में शिरकत की।

अब्दुल रहमान

भदऊंचुंगी

इस बार दुकानदारी बहुत शानदार हुई। पिछले आठ साल से लगातार यहां एयर बैग की दुकान लगा रहूं लेकिन इस साल सबसे अच्छी कमाई हुई।

मुन्ना चौरसिया

लोहता

मोदी व केजरीवाल के आने से मेले में इस बार रैदासियों की भीड़ अधिक हुई। यही वजह था कि दुकानदारी भी उम्मीद से दोगुनी हुई।

लालन

भदऊं चुंगी