-डीएलडब्ल्यू में बचे दिव्यांगों के रजिस्ट्रेशन के लिए लगे कैंप में अव्यवस्थाओं का अंबार, भीड़ देख चौंके अफसर

-न थी एलआईयू को जानकारी और न ही खुफिया को खबर, दिव्यांगों को संभालने के लिए बुलानी पड़ी पुलिस

-22 जनवरी को इसी ग्राउंड पर दिव्यांगों को उपकरण बांटेंगे पीएम, बनारस के सभी दिव्यांग नहीं पा सकेंगे पीएम से तोहफा

VARANASI

ख्ख् जनवरी को पीएम नरेंद्र मोदी दिव्यांगों को उपकरण बांटने बनारस आ रहे हैं। इसके लिए आठ हजार दिव्यांगों का रजिस्ट्रेशन किया गया है। पीएम मोदी का तोहफा सबको मिले, यह सोच कर जिला प्रशासन ने शनिवार को रजिस्ट्रेशन के लिए स्पेशल कैंप लगाया। डीएलडब्ल्यू इंटर कॉलेज के ग्राउंड पर लगे कैंप में जब अचानक हजारों की भीड़ उमड़ी तो प्रशासन के होश फाख्ता हो गए। प्रशासन की ओर से इतनी भारी भीड़ के लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया था। खराब हालात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि स्थिति काबू करने के लिए पुलिस बुलानी पड़ी। दिन भर वहां अफरातफरी का माहौल रहा। जिन दिव्यांगों का हौसला बढ़ाने खुद पीएम आ रहे हैं, उन्हें इस कदर परेशानी का सामना करना पड़ेगा, ऐसा उन्होंने सोचा भी नहीं था।

आयोजन से पहले खुली पोल

अतिसंवेदनशील माने जाने वाले पीएम के प्रोग्राम में इस कदर की प्रशासनिक लापरवाही पूरी व्यवस्था की पोल खोलने के लिए काफी है। ख्ख् जनवरी को हर दिव्यांग को तोहफा मिले, इसके लिए पीएम के निर्देश पर क्म् जनवरी को स्पेशल कैंप लगाया गया। कैंप उसी ग्राउंड पर लगा, जहां खुद पीएम ख्ख् जनवरी को उपकरण बांटेंगे। 8 हजार रजिस्ट्रेशन के बाद जिला प्रशासन को स्पेशल कैंप में कुछ संख्या और बढ़ने की उम्मीद थी। मगर शनिवार को जब हजारों की भीड़ पहुंची तो कैंप में मौजूद अधिकारी मदद करने में नाकाम नजर आए। रजिस्ट्रेशन की लाइन बढ़ती गई और थोड़ी देर में अफरातफरी का माहौल हो गया। नतीजा दिव्यांगों की भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस बुलानी पड़ी। कई बार भगदड़ का माहौल भी बना, हालांकि कोई जख्मी नहीं हुआ।

दर-दर भटकते रहे दिव्यांग

पीएम नरेंद्र मोदी के प्रोग्राम को लेकर डीएलडब्ल्यू पर खुफिया और एलआईयू की नजर है। मगर शनिवार को लगे कैंप में सारी पोल खुल गई। कैंप में कितनी भीड़ आएगी, इसका अंदाजा न तो एलआईयू को था और न ही खुफिया को था। तभी वहां व्यवस्था के नाम पर कुछ भी नहीं दिखा। दिव्यांगों के रजिस्ट्रेशन के लिए महज दस काउंटर बनाए गए थे और कर्मचारियों की संख्या भी बहुत कम थी। इससे वहां पहुंचे दिव्यांग रजिस्ट्रेशन के लिए दर-दर भटकते रहे। कई को निराश होकर लौट जाना पड़ा।

कैंप में उम्मीद से अधिक दिव्यांग पहुंचे थे। इससे कुछ अफरातफरी जरूर रही, मगर सभी को शांतिपूर्ण ढंग से जानकारी दी गई। पुलिस को एहतियात के तौर पर बुलाया गया था। अभी भी अनेक दिव्यांग रजिस्ट्रेशन कराने से चूक गए हैं। इनके लिए सोमवार से ब्लॉक पर कैंप लगाया जाएगा। मगर इन दिव्यांगों को ख्ख् जनवरी को उपकरण नहीं मिलेगा।

रणजीत सिंह, जिला विकलांग कल्याण अधिकारी